छत्तीसगढ़

कलेक्टर ने कृषि विज्ञान केन्द्र के नवीन उत्पादन तकनीक का लाभ किसानों को उपलब्ध कराने के दिए निर्देश

कृषि विज्ञान केन्द्र के गतिविधियों को गौठानों में संचालित करें – कलेक्टर

कलेक्टर ने कृषि विज्ञान केन्द्र के नवीन उत्पादन तकनीक का लाभ किसानों को उपलब्ध कराने के दिए निर्देश

कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने किया कृषि विज्ञान केन्द्र का निरीक्षण

कवर्धा, 01 सितंबर 2022। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने आज ग्राम नेवारी स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र का औचक निरीक्षण कर वहां चल रहे गतिविधियों की जानकारी ली। कृषि विज्ञान केन्द्र कवर्धा के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बीपी त्रिपाठी ने जानकारी दी कि कृषि विज्ञान केन्द्र में नए-नए प्रयोग किए जा रहे है। यहां पशुधन विकास, अच्छी नस्ल के गाय से दूध उत्पादन, मुर्गी पालन, बतख पालन, बटेर पालन, मछली पालन, विभिन्न प्रजातियों के फलों पौधों का शीड उत्पादन, हेचरी से चूचे सहित अनेक प्रकार के फसल उत्पादन पर प्रयोग किए जा रहे है। कलेक्टर श्री महोबे ने कहा कि इन प्रयोगों का अच्छा परिणाम दिखाई दे रहा है। उन्होंने इन प्रयोगों का लाभ किसानों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र कवर्धा की गतिविधियों को जिला पंचायत के समन्वय से गौठानों में इस तरह की इकाई संचालित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने जिला पंचायत सीईओ से कहा की यहां चल रहे मुर्गी पालन, बतख पालन, मछली पालन जैसे गतिविधियों को गौठानों में प्रारंभ किया जा सकता है। इसके लिए गौठानो का चयन करें। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप अग्रवाल उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री महोबे ने भ्रमण के दौरान प्रक्षेत्र में खरीफ मौसम अंतर्गत जिले के प्रमुख फसल सोयाबीन, धान, मूंग, उड़द, अरहर, मूंगफली, गन्ना के काप कैफेटेरिया द्वारा प्रदर्शित 60 से अधिक किस्मों का अवलोकन तथा बीजोत्पादन कार्यक्रम अंतर्गत सोयाबीन, उड़द, अरहर प्रजनक बीज उत्पादन कार्यक्रम का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने प्रक्षेत्र में संचालित समन्वित कृषि प्रणाली इकाई के अंतर्गत मछली पालन इकाई, बत्तख पालन इकाई, मशरूम उत्पादन इकाई, डेयरी पालन, कड़कनाथ उत्पादन इकाई, हैचिंग इकाई , पाली हाउस इकाई, सब्जी बीज उत्पादन कार्यक्रम, वर्मीकम्पोस्ट इकाई एवं मातृ बगीचा के तहत आम के 10 किस्मों के पौध, नीबूं के 4 किस्मो के पौध उत्पादन , अमरूद के 4 किस्म के पौध उत्पादन एवं सीताफल के 2 किस्म का पौध उत्पादन का भ्रमण किया।
कलेक्टर श्री महोबे ने धान के बदले दूसरी दलहनी , तिलहन एवं उद्यानिकी फसलों की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने कहा। उन्होंने चिल्फीघाटी में शीतोष्ण फलोत्पादन के लिए बगीचा स्थापना की दिशा में कार्य करने तथा बत्तख सह मछली पालन इकाई की स्थापना गौठानों में करने के लिए निर्देश दिए। कलेक्टर श्री महोबे बीजोत्पादन कार्यक्रम के तहत सोयाबीन , उड़द , अरहर कार्यक्रम का अवलोकन किया तथा इस योजना के तहत किसानों को होने वाले लाभ की प्रक्रिया से रूबरू हुए । साथ ही विभिन्न कृषि उत्पादों के विक्रय के लिए बाजार उपलब्ध कराने कहा। इस दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र कवर्धा के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ .बीपी त्रिपाठी ने कृषि विज्ञान केन्द्र की गतिविधियां की विस्तृत जानकारी दी। निरीक्षण में कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकरी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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