दुर्गम्य कुधूर गांव को जिला प्रशासन बनायेगा उन्नत ग्राम, बनाई जा रही है कार्ययोजना
कोण्डागांव । विकासखण्ड कोण्डागांव का अत्यंत अंदरुनी सीमावर्ती ग्राम कुधूर अब पिछड़ा गांव नहीं रहेगा जिला कलेक्टर नीलकंठ टीकाम की पहल पर उक्त ग्राम के लिए कृषि विभाग एवं उनके अनुशंगिक विभाग जैसे उद्यानिकी, पशुधन, मत्स्य पालन, क्रेडा द्वारा ग्राम के लिए वृहद् कार्ययोजना बनाई जा रही है। इस क्रम जिला कलेक्टर नेतृत्व में जिला प्रशासन के अधिकारियों की टीम ने विगत् दिनांक 27 दिसम्बर को उक्त गांव का दौरा कर ग्रामीणों से चर्चा किया। मौके पर अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभाग की विभिन्न कृषियेत्तर योजनाओं जैसे उद्यानिकी फसलो के महत्व, मत्स्य पालन हेतु तालाब निर्माण, पशुपालन की दृष्टि से मुर्गी, बकरा पालन के फायदे ग्रामीणों के समक्ष बताये गए। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर के निर्देशानुसार उक्त ग्राम के वनाधिकार पट्टा से लाभान्वित किसानों एवं बेरोजगार युवको के लिए सामुहिक कृषि कार्य हेतु कार्ययोजना बनाया जायेगा। इसके लिए अमले ने दो स्थानो का भूमि चिन्हांकन एवं जगह चयन कर लिया। इसके अलावा राजस्व विभाग द्वारा 29 लोगो के नामांतरण एवं 7 ग्रामीणों को मौके पर ऋण पुस्तिका प्रदाय किया गया। साथ ही कृषि विभाग ने डीजल पंप वितरण हेतु 30 कृषको का चयन किया।
ज्ञात हो कि विगत् दिनांक 21 दिसम्बर को माओवादियों के प्रभाव के चलते निर्माणाधीन स्वास्थ्य भवन को नुकसान पहुंचाया गया था। जिला कलेक्टर ने मौके पर असमाजिक तत्वो द्वारा भवन को हुए नुकसान की तुरंत मरम्मत करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
इस दौरान एसडीएम टेकचंद अग्रवाल, उप संचालक पशुधन देवेन्द्र नेताम, अनुविभागीय अधिकारी वन संजय यादव, सीईओ जनपद पंचायत डिगेश पटेल, अनुविभागीय अधिकारी कृषि उग्रेश देवांगन, डाॅ. सुरेन्द्र नाग, सहायक संचालक मत्स्य मानसिंग कमल, तहसीलदार अर्जुन श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी एवं मैदानी कर्मचारी एवं भारी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
सबका संदेस ब्यूरो, कोंडागांव 9425598008