छत्तीसगढ़
प्रभारी सचिव डॉ. प्रियंका शुक्ला ने धान खरीदी केंद्र बेनूर और संग्रहण केंद्र कोचवाही का किया औचक निरीक्षण In-charge Secretary Dr. Priyanka Shukla did surprise inspection of Paddy Purchase Center Benur and Collection Center Coachwahi

प्रभारी सचिव डॉ. प्रियंका शुक्ला ने धान खरीदी केंद्र बेनूर और संग्रहण केंद्र कोचवाही का किया औचक निरीक्षण
नारायणपुर, 04 दिसम्बर 2021- नारायणपुर जिले की प्रभारी सचिव डॉ. प्रियंका शुक्ला ने आज बेनूर धान खरीदी केंद्र पहुंच चालू खरीफ सीजन में समर्थन मूल्य में की जा रही धान खरीदी प्रक्रिया का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने राज्य शासन के निर्देशानुसार सभी खरीदी केंद्रों में सुव्यवस्थित तरीके से सभी पंजीकृत किसानों से धान खरीदी सुनिश्चित करने कहा। प्रभारी सचिव ने खरीदी केंद्र में आर्द्रता मापी यंत्र, कांटा-बांट, पंजियों का निरीक्षण किया और चेक लिस्ट के आधार पर जरूरी व्यवस्था बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने चबूतरे, पर्याप्त मात्रा में बारदाने, तौलाई मशीन, स्टैकिंग के लिए भूसा बोरी, जारी टोकन की सूची, धान का समर्थन मूल्य, टोल फ्री नंबर दर्शाते फ्लेक्स इत्यादि व्यवस्थित तरीके से चस्पा कराने के निर्देश दिए। डॉ शुक्ला ने टोल फ्री नम्बर को बड़े अक्षरों में दर्शाने कहा। इस अवसर पर कलेक्टर कलेक्टर श्री धर्मेश कुमार साहू, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री पोषण चंद्राकर, एसडीएम श्री जितेन्द्र कुर्रे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीआर पुजारी, खाद्य अधिकारी हुलेश डड़सेना, नोडल अधिकारी प्रतीक अवस्थी के अलावा अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
इसके बाद प्रभारी सचिव डॉ शुक्ला धान संग्रहण केन्द्र कोचवाही पहुंची। वहां उन्होंने प्रबंधक से संग्रहण केन्द्र की क्षमता, स्टाक प्लान, कैप कव्हर, धर्मकांट कांटा की व्यवस्था आदि की जानकारी ली। समिति प्रबंधक ने बताया कि संग्रहण केन्द्र में 1लाख क्विंटल धान रखा जा सकता है। वर्तमान में 14 हजार क्विंटल धान संग्रहित किया गया है। भविष्य में 85 कैप कव्हर की आवश्यकता होगी।
डॉ शुक्ला ने बेनूर बाजार में लगे मुख्यमंत्री हाट बाज़ार क्लीनिक योजना अंतर्गत लगाए गए स्वास्थ्य शिविर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिले, इसके लिए इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार स्थानीय बोली में किया जाना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही अंदरूनी गांवों से आने वाले ग्रामीणों से संवाद स्थापित करने हेतु स्थानीय भाषा का उपयोग करने कहा। डॉ प्रियंका शुक्ला ने शिविर में मरीजों हेतु उपलब्ध दवाईयों, जांच किट आदि की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने शिविर में उपस्थित चिकित्सक दल के सदस्यों के साथ-साथ शिविर में आये मरीजों से भी बातचीत की और शिविर में मिलने वाली सुविधाओं आदि की जानकारी ली।