रायपुर के जंगल सफारी की शोभा बढ़ाएंगे चिंकारा Chinkara will enhance the beauty of Raipur’s jungle safari
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एशिया के सबसे बड़े जंगल सफारी में अब पर्यटकों को चिंकारा अपनी तरफ आकर्षित करते नजर आएगा। जंगल सफारी प्रबंधन राजस्थान के जयपुर स्थित नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से चिंकारा का दो जोड़ा लेकर रवाना हो चुकी है। बुधवार की शाम तक चिंकारा की जोड़ी जंगल सफारी पहुंच जाएगी। प्रबंधन ने चिंकारा के बदले दो जोड़ी चौसिंगा नाहर बायोलॉजिकल पार्क को दिया है।वहीं, दूसरी तरफ मैसूर को लायन देकर जंगली कुत्ता लाने की तैयारी की जा रही है इसके लिए प्रबंधन बाड़े का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है। प्रबंधन का कहना है कि बुधवार की शाम तक चिंकारा जंगल सफारी पहुुंच जाएगा। ज्ञात हो कि जंगल सफारी में 125 एकड़ में 37 बाड़े का निर्माण कार्य किया जाना है। वर्तमान में 31 बाड़ों का निर्माण किया जा चुका है।वर्मतान में 21 बाड़े में प्रबंधन ने बाड़ों में टाइगर, लायन, वाइट टाइगर, तेंदुआ और कछुआ, मानिटल लिबर्ट (गोह) कछुआ, हिप्पोपोटामस, घड़ियाल समेत हिमालयन भालू को शिफ्ट शिफ्ट कर दिया है। 10 बाड़े का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। बाकि के बचे हुए छह बाड़े का भी निर्माण कार्य प्रबंधन द्वारा जल्द शुरू किया जाएगा। इन बाडों में चिंकारा और जंगली कुत्ते को रखा जाएगा।
चिंकारा को लाने के लिए वन विभाग की सात सदस्यीय टीम वन्यजीव चिकित्सक के नेतृत्व में 15 अक्टूबर 2021 को नाहरगढ़ बायो लाजिकल पार्क के लिए रवाना हुई थी। टीम ने चौसिंगा देकर वहां से चिंकारा लेकर सड़क मार्ग से सोमवार को रवाना हुई है।
वन्यजीवों को खुले में विचरण करते देख सकते हैं पर्यटक
जंगल सफारी में वन्यजीवों को खुले में विचरण करते पर्यटक आसानी से देख सकते हैं। वर्तमान में एक दिन में करीब 500 से 600 सौ पर्यटक पहुंच रहे हैं। वहीं छुट्टी के दिन 1600 के करीब पर्यटक पहुंच रहे हैं। जंगल सफारी आने वाले पर्यटकों के लिए बाड़े का निर्माण कार्य किया जा रहा है, ताकि जंगल सफारी ना घूमने वाले पर्यटक कम समय में आसानी से बाड़े में वन्यजीवों को देख सकें।
जंगल सफारी की टीम चिंकारा को लेकर राजस्थान से रवाना हो गई है। बुधवार की शाम तक चिंकारा जंगल सफारी पहुंच जाएंगे। इसके बाद मैसूर से जंगली कुत्ता लाने की योजना बनायी जा रही है।
– राजेश पाण्डेय, सीसीएफ, रायपुर वन्यजीव