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*जिला स्तर पर विशेष रणनीति से विकास की नई राह’ भाग दो विषय पर हुआ लोकवाणी का प्रसारण* *(जिले में उत्साह पूर्वक किया गया लोकवाणी का श्रवण)*

बेमेतरा:- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की 22 वीं कड़ी का प्रसारण आज रविवार को किया गया। जिसमे ‘जिला स्तर पर विशेष रणनीति से विकास की नई राह ‘ विषय पर बातचीत किए। इस विषय पर यह लोकवाणी की दूसरी कड़ी है । मुख्यमंत्री की मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी का प्रसारण आकाशवाणी के सभी केन्द्रों, एफ. एम. रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चैनलों में किया गया। लोकवाणी का श्रवण बेमेतरा जिले के नगर पंचायत साजा, बेरला, नगर पंचायत नवागढ़, नगर पंचायत मारो, थानखम्हरिया, देवकर, परपोड़ी सहित पूरे जिले मे किया गया। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ी भाषा में अपने उद्बोधन की शुरूआत करते हुए प्रदेशवासियों को नवरात्रि, दशहरा, करवा चौथ, देवारी, गौरा-गौरी पूजा, मातर, गोवर्धन पूजा, छठ पर्व, भाई – दूज आदि त्यौहारों की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के चारों कोनो में देवी माई के बड़े – बड़े मंदिर है। दंतेवाड़ा में दंतेश्वरी दाई , डोंगरगढ़ में बम्लेश्वरी दाई , रतनपुर में महामाया दाई , चंद्रपुर में चंद्रहासिनी दाई बिराजी हैं। नारी शक्ति के रूप में हम बेटियों की पूजा करते हैं और हमारे यहां कन्या भोज कराने की भी परंपरा है। उन्होंने कहा कि बेटियों और नारियों के प्रति सम्मान भाव के कारण हमारे यहां वर्ष में दो बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। बेटियों और नारियों के प्रति सम्मान का यह भाव हमें पूरी जिंदगी निभाना है। यहीं सही मायने में छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा है। हमें अपनी परंपरा और संस्कृति की शिक्षा से अपने जीवन में उतारना है। राज्य सरकार ने दाई-दीदी के अधिकार और उनके मान-सम्मान को बढ़ाने का प्रयास किया है। विभिन्न जिलों में मातृत्व स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत सुरक्षित संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए मोटर बाइक एम्बुलेंस सेवा संचालित हो रही है। वन क्षेत्रों – जैसे दलदली, बोक्करखार, झलमला, कुकदूर, छीरपानी में इसका अच्छा असर हुआ है। इससे 2 हजार से अधिक गर्भवती माताओं को संस्थागत प्रसव कराने और उन्हें सुरक्षित घर छोड़ने में मदद मिली है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान में डीएमएफ की राशि का उपयोग काफी कारगर साबित हुआ है। कुपोषित बच्चों को अतिरिक्त पौष्टिक आहार अंडा और केला देने की शुरुआत की गई। 1 से 3 वर्ष के बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्रों में गर्म भोजन दिया जा रहा है। जिले में 2019 के वजन तिहार के मुकाबले , वर्ष 2021 में कुपोषण की दर 19.56 प्रतिशत से घटकर 13 प्रतिशत हो गई है। यह एक बड़ी उपलब्धि है। ऐसी ही रिपोर्ट हर जिले से मिल रही है। जिसके कारण प्रदेश में कुपोषित बच्चों की संख्या में 32 प्रतिशत की कमी आई है। हमें नई सोच और नए उपायों से छत्तीसगढ़ को पूर्णतः कुपोषण मुक्त राज्य बनाना है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे मे बात चीत की। इस अवसर पर नगर पंचायत साजा के नगर पंचायत देवकर, मारो, परपोड़ी, थानखम्हरिया, नवागढ़ एवं बेरला के अधिकारियों/कर्मचारियों सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे।

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