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खुद को सबसे बड़ा पुलिस और गुण्डा बताने वाली आबकारी अफसर पर हो कार्यवाही, मिश्नर और कलेक्टर कार्यालय में सौंपा ज्ञापन

बिलासपुर. खुद को सबसे बड़ा पुलिस और गुण्डा बताकर सरकारी शराब दुकान के प्लेसमेंट कर्मी को पीटने वाले को तीन दिन में पकड़ने का आश्वासन देने वाली सहायक जिला आबकारी अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच कर कार्रवाई करने की मांग की गई है. मंगलवार को इसका पत्र संभागायुक्त बिलासपुर, कलेक्टर व जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय बिलासपुर सौपा गया है. इसमें शासकीय सेवा आचरण नियम के विपरीत आचरण करने पर विभागीय जांच कर कार्रवाई की मांग की गई है.

गौरतलब हो कि सोमवार 27 सितंबर को जिला आबकारी विभाग का अमला अवैध शराब पकड़ने जिला सहायक आबकारी अधिकारी कल्पना राठौर अन्य कर्मचारियों के साथ कोटा ब्लाक के ग्राम पंचायत जाली गया था इस दौरान आबकारी अमले ने रानीगांव स्थित सरकारी शराब दुकान के प्लेसमेंट कर्मचारियों अजय तंबोली और अन्य को साथ लेकर गए थे। छापामार कार्रवाई के बाद आबकारी अमले ने ग्राम जाली के ही नेवसा मोड़ चौक पर ठेका कर्मचारी अजय तंबोली व एक अन्य को छोड़कर बस से रतनपुर जाने को कह दिया। अजय तंबोली मुख्य सड़क पर खडे़ होकर बस का इंतजार कर रहे थे इसी दौरान कुछ लोग आए और अश्लील गालीगलौज करते हुए हमारे गांव शराब पकड़ने आते हो जान से मार देंगे कहकर अजय की जमकर पिटाई कर दी. इसमें अजय का सिर फट गया. किसी तरह जान बचाकर अजय एक राहगीर की सहायता लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रतनपुर पहुंचा जहां से उन्होने अपने परिजनों और अपनी नियोक्ता कंपनी के जिम्मेदार लोगों को घटना की जानकारी दी। जाली गांव के नेवसा चौक में पिटाई होने की जानकारी मिलने पर आबकारी अमला सीजी 10 एफ ए 6329 नंबर की गाडी में जिसमें जिला सहायक आबकारी अधिकारी कल्पना राठौर व अन्य कर्मचारी सवार थे रतनपुर बस स्टैंड पहुंचे और एक सिपाही को भेजकर अजय के स्थिति की जानकारी ली।

नहीं की है कोई कारवाई

अधिकारी के बस स्टैंड रतनपुर में होने की जानकारी मिलने पर अजय का बडा भाई सुधाकर तंबोली वहां पहुंचा और आबकारी विभाग की ओर से घटना की शिकायत रतनपुर थाने में दर्ज कराने का निवेदन किया इस पर जिला सहायक आबकारी अधिकारी कल्पना राठौर ने कहा वो हमारा बच्चा है उसको जिसने छुआ है उसका नाम पता कर लिये हैं उसको तीन दिन में उठाएंगे कहकर आश्वासन दिया और वहां से चले गए, वहीं घटना की रिपोर्ट उनके द्वारा रतनपुर थाने में दर्ज नहीं कराई गई इस पर अजय ने ही रतनपुर थाना जाकर घटना का एफआईआर दर्ज कराया। वहीं आबकारी अधिकारी ने अपने आश्वासन के अनुरूप आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।

अशोभनीय कृत्य का आरोप

शिकायत में कहा गया है कि जिला सहायक आबकारी अधिकारी कल्पना राठौर द्वारा हम ही सबसे बड़े पुलिस और हमसे बड़े गुंडे कोई नहीं का जुमला कहा गया जो कि शासकीय सेवक के रूप में अशोभनीय कृत्य व अनुशासनहीनता है. शासकीय सेवक के रूप में संविधान के अनुरूप कार्य करने ली गई शपथ की अवमानना है. कानून में गुण्डा की परिभाषा क्या है की व्याख्या कर उचित कार्रवाई की मांग की गई है।

पद का किया दुरूपयोग

आबकारी अमले द्वारा सरकारी शराब दुकान रानीगांव में कार्यरत प्लेसमेंट कर्मचारियों को अपने साथ अवैध शराब पर कार्रवाई के लिए लेकर जाना और उसी गांव में असुरक्षित जगह पर छोड़ देना जहां जानमाल का जोखिम हो पद का दुरूपयोग और छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 ग , घ, च, का उल्लंघन है । मामले की युक्तियुक्त तरीके से सक्षम अधिकारी से विभागीय जांच कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की गई है.

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