छत्तीसगढ़

चिल्हीडार महापूजा एवं बेटा ज्योतिया पावन पर्व पर शामिल हुए सम्पत अग्रवाल*

*चिल्हीडार महापूजा एवं बेटा ज्योतिया पावन पर्व पर शामिल हुए सम्पत अग्रवाल*

महासमुंद/बसना. ग्राम झांपीमौहां में बुधवार को चिल्हीडार महापूजा एवं बेटा ज्योतिया पावन पर्व बड़े ही धूम-धाम एवं रीति रिवाज के साथ मनाया गया। गोंडी समाज का मनना है कि गोंडी संस्कृति विष्व संस्कृति की जननी एवं जनक है और हर समाज के अपनी रीति-रिवाज परम्परा और संस्कृति ही समाज की पहचान होती है। धर्म पिता तुल्य भाषा माता तुल्य के साथ संस्कृति और कला गोंड़ समाज की विशेष पहचान है। इसी गोंडी धर्म संस्कृति को अक्षुण्य बनाये रखने तथा भय और भ्रम को मिटाने तथ नेंग जोग रूढ़ी परम्परा को संरक्षित करने गोंडवाना गुरूदेव दुर्गेभगत जगत जी एवं करूणामयी गुरूमाता दुलेष्वरी जी के सानिध्य में, गोंडी धर्म संस्कृति संरक्षण समिति एवं छत्तीसगढ़ गोंडवाना संघ के संयुक्त तत्वधान में चिल्हीडार महापूजा एवं बेटा ज्योतिया पावन पर्व का आयोजन रखा गया था। इस आयोजन में गांव के बच्चे कर्मा नृत्य एवं सुआ नृत्य कर दर्शकों का मनोरंजन किये।

इस कार्यक्रम में अतिथि के रूप में नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक एवं पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष बसना के सम्पत अग्रवाल शामिल हुए, उन्होंने बेटा ज्योतिया के अवसर पर उपवास रखे सभी महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस तरह का कार्यक्रम प्रत्येक गांव में श्रद्धा और भक्ति के साथ पूर्ण निष्ठा से व्रत को करना चाहिए। इससे मनुष्य के जीवन में सुख समृद्धि एवं शांति आती है। सम्पत अग्रवाल ने चिल्हीडार महापूजा एवं बेटा ज्योतिया समिति को प्रोत्साहन राशि भेंटकर सहयोग किया गया.

उक्त कार्यक्रम में दीपक जगत जिलाध्यक्ष, छत्तीसगढ़ गोंडवाना संघ, विरेन्द्र नायक, उत्तर पटेल, शिशुपाल प्रधान, दिनबंधु मरई, भारतीको मरई, आत्मा मरकाम, हेमंत कुंजाम, गुरूदयाल परेश्वर, शिव सिंग पारेष्वर, जीवन सिंग पारेष्वर, आनंद पारेष्वर, रविशंकर पारेष्वर, गुरूदास पारेष्वर, शिव सिंग पारेष्वर, धनसाय पारेष्वर, रामसिंग अत्री, किर्ती खरिया, बाबूलाल खरिया, एवं साहनी पारेष्वर सहित ग्रामवासी एवं आस पास के लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे।

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