छत्तीसगढ़

मनरेगा योजना श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में है मील का पत्थरThe darkness of night in cities and villages will be away from sunlight MNREGA scheme is a milestone in the direction of providing employment to workers

मनरेगा योजना श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में है मील का पत्थर

मनरेगा के तहत जिले के 9 हजार 450 जॉब कार्डधारी परिवारों को मिला रोजगार

माह अगस्त तक लक्ष्य 2 लाख 37 हजार मानव दिवस के विरुद्ध 2 लाख 81 हजार मानव दिवस अर्जित

मनरेगा के तहत नरवा, गौठान निर्माण, चारागाह, मल्टीएक्टीविटी सेंटर, धान संग्रहण चबूतरा निर्माण कार्य किए जा रहे

नारायणपुर 12 सितम्बर 2021- श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना मील का पत्थर साबित हुई है। जिले में स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसरों की सुलभता को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के फलस्वरुप महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनान्तर्गत जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों के 9 हजार 450 जॉब कार्डधारी परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराया गया तथा 541 लाख रुपये का मजदूरी भुगतान भी किया गया। यही नहीं इनमे से 161 से अधिकतर परिवारों को 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया गया। माह अगस्त तक लक्ष्य 2 लाख 37 हजार मानव दिवस के विरुद्ध 2 लाख 81 हजार मानव दिवस अर्जित किया गया जो 118 प्रतिशत है। कोविड-19 के लाॅकडाउन के वक्त जब सभी काम-धंधे बंद थे, इस दौरान प्रवासी श्रमिकों को भी रोजगार सुलभ कराया गया। जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांतर्गत वर्ष डबरी निर्माण, कुंआ निर्माण, नहर लाईनिंग, पौधरोपण, प्रधानमंत्री आवास निर्माण, गौठान एंव चारागाह, सीपीटी, चेक डेम निर्माण ईत्यादि रोजगारमूलक कार्यों के जरिये मनरेगा के तहत उक्त कार्यों के अलावा स्वीकृत नवीन पंचायत भवन निर्माण, आंगनबाड़ी केन्द्र भवन निर्माण, कुंआ निर्माण, उचित मूल्य दुकान सह गोदाम निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। इन सभी अद्योसंरचना विकास कार्यों के जरिये स्थायी परिसंपत्ति का निर्माण होगा, जिससे ग्रामीण ईलाकों में विकास को बढ़ावा मिलेगा।

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