छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियानः सुपोषण अभियान से जिले के 1 हजार 750 बच्चे हुए कुपोषण से मुक्तDistrict level task force committee meeting under the chairmanship of collector District level task force committee meeting under the chairmanship of collector

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियानः
सुपोषण अभियान से जिले के 1 हजार 750 बच्चे हुए कुपोषण से मुक्त
नारायणपुर, 1 सितम्बर 2021- आदिवासी अंचल नारायणपुर जिले में कुपोषण एक गंभीर समस्या है। यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों का जन्म पश्चात कुपोषण चक्र प्रायः देखने को मिलता है। वहीं जिले में बच्चों, किशोरी बालिका, गर्भवती एवं शिशुवती माताओं में एनीमिया एवं कम बी.एम.आई. तथा पोषण स्तर में कमी पाई जाती है। जिसे ध्यान में रखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेली ने 02 अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी के जन्म दिवस पर मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का शुभारंभ संपूर्ण प्रदेश में हुआ। जिले में इस अभियान की षुरूआत ़ग्राम पंचायत गोहड़ा से किया गया। सुपोषण अभियान अंतर्गत 6 माह से 03 वर्ष के कुपोषित बच्चे, 15 वर्ष से 49 वर्ष के एनीमिया पीड़ित महिलाएं और गर्भवती एवं शिशुवती माताओं का चयन कर मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत सप्ताह में 06 दिन गर्म पका भोजन जिले में संचालित 556 आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से प्रदाय किया जा रहा है। अभी तक नारायणपुर जिले के 24 हजार 611 हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा चुका है।
  मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत गर्भवती महिलाओं, शिशुवती माताओं, 06 माह से 03 वर्ष के कुपोषित बच्चों सहित आंगनबाड़ी में आने वाले 03 से 06 वर्ष के सभी बच्चें एवं 15 से 49 वर्ष की एनीमिक तथा कमजोर महिलाओं में कुपोषण को दूर करने हेतु ऐसे हितग्राही जो अंडा खाते हैं, उन्हें सप्ताह में 02 दिवस मंगलवार और शुक्रवार को उबला अंडा प्रदाय किया जा रहा है। नारायणपुर जिले में अभी तक 15 हजार 881 हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत गर्भवती महिलाओ, शिशुवती माताओं, 6 माह से 3 वर्ष के कुपोषित बच्चों सहित आंगनबाड़ी में आने वाले 3 से 6 वर्ष के सभी बच्चों एवं 15 से 49 वर्ष की एनीमिक तथा कमजोर महिलाओं को सप्ताह में 02 दिवस मूंगफल्ली चिक्की प्रदाय किया जा रहा है। अभी तक 16 हजार 917 हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा चुका है।
     जिले में वजन त्यौहार 2019 के अनुसार कुल 4 हजार 165 कुपोषित बच्चे थे। जुलाई 2021 में जिले में कुपोषित बच्चों की संख्या 2 हजार 415 है मुख्यंमंत्री सुपोषण अभियान कार्यक्रम के तहत् 1 हजार 750 बच्चे कुपोषण से बाहर आये है। कोविड़- 19 महमारी के दौरान जब आंगनबाड़ी केन्द्र बन्द हो गये तब लॉकडाउन अवधि में भी 20 हजार 179 चिन्हाकित हितग्राहियों को आंगनबाड़़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से घरों में पहुचाकर सूखा राशन का वितरण किया गया।

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