लघु वनोपज बनी वनवासियों की ताकतः मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल Minor forest produce became the power of forest dwellers: Chief Minister Bhupesh Baghel
लघु वनोपज बनी वनवासियों की ताकतः मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री ने कबीरधाम जिले को 224 करोड़ 74 लाख रूपए की लागत के 754 विकास और निर्माण कार्यों की दी सौगात
विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों से चर्चा कर लिया फीडबैक
कवर्धा, 10 जून 2021। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज गुरूवार को दोपहर 12 बजे से अपने रायपुर निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से कबीरधाम जिले के विकास के लिए 224 करोड़ 74 लाख रूपए की लागत से 19 अलग-अलग विभागों के 754 कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इस लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्य में 98 करोड़ 73 लाख रूपए के 415 कार्यों का लोकार्पण और 126 करोड़ एक लाख रूपए के 339 कार्यों का भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने लोकार्पण एवं भूमिपूजन करते हुए कहा कि अधोसंरचना विकास एवं सामाजिक विकास के इन कार्यों से कबीरधाम जिले के नागरिक सुविधाओं का विकास होगा। कवर्धा के पी.जी. कॉलेज के आडिटोरियम में लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यो का कार्यक्रम संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना एवं कार्यक्रम गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, नरवा उन्नयन से लाभन्वित हितग्राही, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण योजना के हितग्राही, तेंदूपत्ता एवं लघुवनोपज के हितग्राही, स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम के विद्यार्थी, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से जंग जीत चुके बच्चे शैलेन्द्र और खुशी के अलावा अजीविका में संलग्न महिला स्व. सहायता समूहों से सीधे बातचित कर हितग्राहियों को मिलने वाले लाभ, उनके जीवन में आए बदलाव के बारे में वन-टू-वन भी बात की। कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने कबीरधाम जिले की विकास संबंधित जिला प्रतिवेदन पढ़ा।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि जो लघु वनोपज किसी समय शोषण का जरिया थी, वे राज्य सरकार की योजनाओं से आज वनवासियों की ताकत बन गई हैं। राज्य सरकार ने वनवासियों को वन अधिकार पट्टा देने के साथ वनों के संसाधनों पर गांवों को भी अधिकार दिया है। मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना का लाभ लेने के लिए किसानों के साथ-साथ ग्रामीण और पंच-सरपंचों में भी इस योजना के माध्यम से अपनी पंचायत की आमदनी बढ़ाने के लिए उत्साह दिख रहा है।
मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों से चर्चा के बाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के गांवों को जैसा आकार देने की राज्य सरकार की सोच थी, हमारे गांव वैसा ही आकार ले रहे हैं। राज्य सरकार की योजनाओं के माध्यम से किसानों की आय बढ़ रही है, खेतों के लिए पानी की व्यवस्था हो रही है, माता-बहनों और बच्चों को सुपोषण मिल रहा है और लोगों को रोजगार मिल रहा है। महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाकर उनके सशक्तिकरण की परिकल्पना भी सुराजी गांव योजना से साकार हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में जब पूरे देश को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा था, तब भी छत्तीसगढ़ के गांवों में हमारी बहनों ने उत्पादन किया और अच्छी आमदनी प्राप्त की। वनोपजों के संग्रहण से वनवासी नून-तेल का खर्च भी मुश्किल से निकाल पाते थें, वहीं बिचौलिए और बड़े-बड़े व्यापारी वनोपजों को खरीदकर लाखों कमाते थे। राज्य सरकार ने 52 प्रकार की वनोपजों को समर्थन मूल्य पर खरीदने की व्यवस्था की पहले सिर्फ 7 प्रकार की वनोपजें ही समर्थन मूल्य पर खरीदी जाती थी। वनोपजों के संग्रहण के साथ प्रसंस्करण का काम भी महिला स्व-सहायता समूहों को दिया गया, जिससे वे आत्मनिर्भर बन रही है। छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता संग्रहण की पारिश्रमिक 2500 रूपए से बढ़ाकर देश में सबसे ज्यादा 4 हजार प्रति मानक बोरा कर दी गई है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना से किसानों को उनकी फसल के लिए आदान सहायता मिल रही है, इस वर्ष योजना का विस्तार किया गया है। सुराजी गांव योजना में स्थापित गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट के साथ-साथ साग-सब्जी उत्पादन और विभिन्न आर्थिक गतिविधियों से बड़ी संख्या में महिलाओं को कोरोनाकाल में भी रोजगार मिला है।
गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने इस अवसर पर कहा कि बेरोजगार युवाओं को निर्माण विभागों में रोजगार दिलाने के लिए उनका ई-श्रेणी में अधिक से अधिक संख्या में पंजीयन कराया जाए। ई-श्रेणी में पंजीयन कराने वालों को ब्लॉक स्तर पर 20 लाख रूपए तक के निर्माण कार्य मेनुअल टेंडर पर देने का प्रावधान है। इसके साथ ही साथ काम शुरू करने के लिए ई-श्रेणी के पंजीयनधारियों को काम शुरू करने के लिए कार्य की लागत की 5 प्रतिशत राशि अग्रिम के रूप में देने का प्रावधान किया गया है।
वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि हरियाली प्रसार योजना के तहत वृक्षारोपण करने वाले हितग्राहियों को प्रति पौधा एक रूपए देने का प्रावधान है, जिसे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बढ़ाकर चार रूपए प्रति पौधा करने की स्वीकृति दे दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना पर्यावरण के संरक्षण और हरियाली बढ़ाने की दृष्टि से एक क्रांतिकारी योजना साबित होगी।
कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि तीन दिन में दुर्ग, बालोद, महासमुन्द, बलौदाबाजार, गरियाबंद और कबीरधाम जिले में तीन दिनों में 1847 करोड़ रूपए के नए विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया गया है। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम और महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया, सांसद श्री संतोष पाण्डेय, पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। कवर्धा के आडिटोरियम में आयोजित लोकार्पण एवं भूमिपूजन समारोह में राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य श्री महेश चंद्रवंशी, श्री नीलकंठ चंद्रवंशी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुशीला भट्ट, कवर्धा नगर पालिका अध्यक्ष श्री ऋषि कुमार शर्मा, जिला पंचायत सदस्य श्री तुकाराम चंद्रवंशी, श्री रामकुमार भट्ट, पुलिस अधीक्षक श्री शलभ कुमार सिन्हा, जिला पंचायत सीईओ श्री विजय दयाराम के., डीएफओ श्री दिलराज प्रभाकर और अन्य जनप्रतिनिधिगण, नगर पालिका, नगर पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सभी निर्वाचित सदस्यगण उपस्थित थे।
जल-जीवन मिशन के कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन
जल जीवन मिशन के अंतर्गत कबीरधाम जिले में घर-घर में घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से पेयजल व्यवस्था, 959 बसाहट गांवों में पाईप लाईन और उच्च स्तरीय पानी टंकी के माध्यम से 818 करोड़ रूपए का लक्ष्य रखा गया है जिसमें 1 लाख घरेलू कनेक्शन दिया जाएगा। 82 ग्रामों में नल जल योजना लगभग 36.41 करोड़ के कार्यो का भूमिपूजन किया गया, जिसमें बोड़ला, पंडरिया विकासखंड के वनांचल के 23 ग्रामों के निवसियों को सोलर पंप के माध्यम से पेयजल मिलेगा। नल जल योजना के तहत 12 ग्रामों में 4.81 करोड़ योजना के तहत ग्रामीण और वनांचल के ग्राम कोठार, पालीगुढ़ा, छिरहा, सिल्हाटी, राम्हेपुर, दैहानडीह, जेवड़नकला, छपरी, दनियाखुर्द, सुरजपुर कला, महली और डोंगरिया खुर्द के गांव में हुए निर्माण कार्यो का आज मुख्यमंत्री श्री बघेल के द्वारा लोकार्पण किया गया।
सड़कों के अहम काम होंगे
लोक कल्याण और जन सुविधा के लिए 27 करोड़ 41 लाख रूपए के 20 नए कार्य जिसमें 17 सड़क, 3 भवन शामिल है। सड़क निर्माण कार्या में गांव से शहर और शहर को कस्बा से जोड़ने के लिए 17 सड़क निर्माण कार्य किया जाएगा। इसके तैयार होने से इस रूट में आवागमन सहज हो जाएगा। सड़क निर्माण कार्यो में बहरमुड़ा से पनेका, लालपुर से जामगांव, धनवाई से चेदरा, मेन रोड़ से छुहीनाला तथा अन्य पहुंच मार्गो के निर्माण के लिए 21 करोड़ के कार्यो का भूमिपूजन आज किया गया।
बिजली कंपनी के कार्य
कबीरधाम जिले के अंतर्गत छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीव्यूशन कंपनी के 3 नग विद्युत उपकेन्द्र ग्राम गोपालभावना, मोहगांव, बाजार चारभाठा में स्थापित 3.15 एमव्हीए पावर ट्रांसफार्मर से 5.00 एमव्हीएम क्षमता वृद्धि 95.09 लाख के कार्यां का लोकार्पण भी किया गया। इस कार्य से गोपाल भावना विद्युत उपकेन्द्र के अंतर्गत आने वाले 19 ग्रामों के 486 नग सिंचाई पम्प उपभोक्ताओं के साथ ही 1357 नग घरेलू उपभोक्ता का सीधा लाभ मिलेगा। मोहगांव विद्युत केन्द्र के अंतर्गत आने वाले 17 ग्रामां के 603 नग सिंचाई पम्प उपभोक्ताओं के साथ ही 115 नग घरेलू उपभोक्ताओं को सीधा लाभ मिलेगा। बाजार चारभाठा विद्युत उपकेन्द्र के अंतर्गत आने वाले 14 ग्रामों के 624 नग सिंचाई पम्प उपभोक्ताओं के साथ ही 1018 नग घरेलू उपभोक्ताओं को सीधा लाभ मिलेगा। विद्युत वितरण कंपनी के 975.09 लाख के कार्यो का लोकार्पण भी किया गया, जिसमें गेंदपूर में अतिरिक्त 40 एमएव्ही पावर ट्रांसफार्मर स्थापना 470 लाख रूपए, 33/11 केव्ही विद्युत उप केन्द्र गोपाल भावना में स्थापित पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता में वृद्वि के लिए (3.15 से 5.00 एमव्हीए) 27.68 लाख रूपए, 33/11 केव्ही विद्युत उप केन्द्र मोहगांव में स्थापित पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता में वृद्वि के लिए (3.15 से 5.00 एमव्हीए) 29.49 लाख रूपए, 33/11 केव्ही विद्युत उप केन्द्र बाजार चारभांठा में स्थापित पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता में वृद्वि के लिए (3.15 से 5.00 एमव्हीए) 37.92 लाख रूपए का लोकार्पण आज मुख्यमंत्री श्री बघेल के द्वारा किया गया।
शिक्षा के क्षेत्र में बड़े काम
भवनों के साथ-साथ वनांचल में शासकीय महाविद्यालय झलमला, अग्निशमन केन्द्र कवर्धा के 6 करोड़ के कार्य शामिल है। कबीरधाम जिले में माध्यमिक और उच्च शिक्षा व्यवस्था का विस्तार देते हुए सहसपुर लोहारा में आईटीआई भवन, कन्या महाविद्यालय कवर्धा मे 100 सीटर कन्या छात्रावास, दुल्लापुर, कुण्डा, कवर्धा, झलमला में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का लोकार्पण किया गया। इसी तरह ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों के ग्राम लरबक्की, पनेका, खडौदा कला, कोलेगांव, बरबसपुर, सोनझरी में हाईस्कूल भवन का निर्माण किया गया है। जिसका लोकार्पण आज मुख्यमंत्री श्री बघेल के द्वारा किया गया।
कबीरधाम जिले में डीएमएफ के माध्यम से शिक्षक विहीन और एकल शिक्षक स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए जिले में निवासरत विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति के 100 से अधिक शिक्षित युवक-युवतियों को शाला संगवारी के रूप में सेवाएं ली जा रही है। प्रदेश का यह पहला जिला जहां एक मॉडल प्रोजेक्ट के रूप में शाला संगवारी की सेवाएं लेकर स्थानीय युवाओं को रोजगार दिया जा रहा है।
स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल योजना से कवर्धा में जिले का पहला स्कूल प्रारंभ किया गया है। इसके बाद जिले के बोड़ला, पंडरिया और सहसपुर लोहारा विकासखंड मुख्यालय में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले जाएंगे। स्कूल खुलने से यहां पर जिले मे सबसे अच्छे प्रायवेट स्कूल के जैसी अधोसंरचना एवं पढ़ाई सुनिश्चित होगी। शिक्षा के क्षेत्र में पढ़ई तुंहर दुआर के माध्यम से कोरोना काल में भी पढ़ाई जारी रही।