छत्तीसगढ़

ग्रामीण क्षेत्रों में लक्षण वाले लोगों को कोरोना से बचाव की दवाएं तत्काल उपलब्ध कराएं : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

ग्रामीण क्षेत्रों में लक्षण वाले लोगों को कोरोना से बचाव की दवाएं तत्काल उपलब्ध कराएं : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

राशन दुकानों से मुफ्त में मिलेगा मई और जून माह का एकमुश्त खाद्यान्न

मुख्यमंत्री ने जिला पंचायत अध्यक्ष से कोरोना संक्रमण के नियंत्रण एवं बचाव के उपायों के संबंध में की चर्चा

कवर्धा 23 अप्रैल 2021। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिला पंचायत अध्यक्षों से राज्य के ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण की स्थिति, इसके नियंत्रण एवं बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से चर्चा की और उनसे सुझाव मांगे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि कोरोना संक्रमण की पिछली लड़ाई हमने राज्य में सभी लोगों की भागीदारी से जीती थी। वर्तमान लड़ाई भी हम सावधानी और सभी लोगों के सहयोग से जीतेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण का वर्तमान दौर ज्यादा घातक है, हमें बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड के प्रारंभिक लक्षण वाले लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा अनुशंसित दवाओं का सेवन तत्काल शुरू कराए जाने की बात कही, ताकि कोरोना संक्रमण को गंभीर होने से रोका जा सके। मुख्यमंत्री श्री बघेल के साथ प्रदेश के गृहमंत्री श्री ताम्रघ्वज साहू, स्वास्थ्य मंत्री श्री टीएम सिंहदेव ने भी प्रदेश के साथ-साथ कबीरधाम जिले के स्थिति के बारे में आवश्यक जानकारी भी ली। विडियों कांफ्रेसिंग में कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुशीला भट्ट, जिला पंचायत सीईओ श्री विजय दयाराम के, स्वास्थ्य विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती नीलू घृतलहरे और जिला पंचायत के अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुशीला भटट् ने कबीरधाम जिले में कोरोना वायारस के दूसरे लहर के संक्रमण के रोकथाम और नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए गए रहे प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी। उनहोने बताया कि जिले को कोविड 19 कोरोने वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जिले के सभी प्रवेश सीमाएं सील कर दी गई है। 21 जून से 29 जून तक पुरे जिले के कन्टेंनटमेंट जोन घोषित कर कोरोना संक्रमण के चैन को तोड़ने के लिए बहुत अच्च्छा प्रयास किए जा रहे है। जिले में बारह से आने वाले व्यक्तियों,नागरिकों को कोविड परीक्षण कराने के बाद ही जिले में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। जिले में कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों को पहचान कर जरूरत के आाधार पर पीड़ितों को कोविड में उपचार किया जा रहा है, जिन मरीजां को आक्सीजन की आवश्यकता है, उन्हे आक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित हो इस पर जिला प्रशासन द्वारा पूरा प्रयास किया जा रहा है। होमआईसोलेशन की अनुमति देकर घर में ही ठहरकर उपचार कराए जा रहे है। कलेक्टर के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग की टीम दवाइयां उपलब्ध भी कराई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य के ग्रामीण अंचलों में भी कोरोना की दवाओं की आपूर्ति शुरू कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले एवं मितानिनों के माध्यम से लक्षण वाले मरीजों को पर्ची और दवाएं (कोविड किट) उपलब्ध कराई जा रही है। जिसका सेवन संबंधित लोग पर्ची में लिखी मात्रा के अनुसार कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जैसे ही किसी व्यक्ति को सर्दी, खांसी, बुखार और कोरोना संक्रमण का लक्षण मालूम पड़े उसे कोरोना जांच की रिपोर्ट का इंतजार किए बिना प्रारंभिक तौर पर तयशुदा दवाएं लेनी शुरू कर देनी चाहिए। उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्षों एवं ग्रामीण जनप्रतिनिधियों से इस संबंध में लोगों को जागरूक करने और समझाईश देने की भी अपील की।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान एक-एक कर सभी जिला पंचायत अध्यक्षों से उनके जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति, अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों एवं लोगों के स्वास्थ्य की जांच-पड़ताल, क्वारेंटीन सेंटर की व्यवस्था, रोजगार मूलक कार्यों के संचालन सहित अन्य मामलों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में प्रदेश सरकार आप सबके साथ है। हम सब मिलकर कोरोना की रोकथाम की लड़ाई लड़ेगे और जीतेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की विषम परिस्थिति और रोजी-रोजगार के संकट को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने मई और जून माह का खाद्यान्न एकमुश्त मुफ्त में देने का फैसला लिया है। उन्होंने गांवों में ग्रामीणों की रायशुमारी से मनरेगा के कार्य का संचालन किए जाने की भी बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे लोग श्रम के कार्यों में जुटे रहेंगे। उनका मन लगे रहेगा और आर्थिक लाभ होने के साथ अधोसंरचना का भी निर्माण होगा। मुख्यमंत्री ने गर्मी के मौसम को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की व्यवस्था पर पंचायतों को विशेष रूप से ध्यान देने की बात कही। उन्होंने गांवों में स्थापित क्वारेंटीन सेंटर में मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने जिला पंचायत अध्यक्षों एवं ग्रामीण जनप्रतिनिधियों से कोरोना से बचाव के उपायों को लेकर लोगों को जागरूक और टीकाकरण के लिए प्रेरित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी ही सबसे बड़ा उपाय है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप राज्य के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में 10-10 ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने जिलों को उनकी आवश्यकता के अनुरूप सीटी स्केन मशीन, रेमडीसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति की भी बात कही। मंत्री श्री सिंहदेव ने बाहर से आने वाले श्रमिकों को गांवों में कार्य उपलब्ध कराने के लिए मनरेगा के तहत जॉब कार्ड प्रदाय करने के भी निर्देश दिए।

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