कवर्धा जिले में वनांचल क्षेत्रों की सड़कों की स्थिति खराब
जिले में तमाम सड़कों की हालत खराब है। मुख्य मार्ग से लेकर संपर्क मार्गों पर सड़क कहीं उखड़ी है तो कहीं गड्डें हैं। इस कारण वाहनों चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बारिश में कीचड़ हो जाती है और गड्ढों में पानी भर जाता है। जिले के वनांचल क्षेत्र के सड़कों की स्थिति और भी खराब है, क्योंकि इन क्षेत्रों में सड़क के लिए एकमात्र सहारा प्रधानमंत्री सड़क योजना है, जो कि निर्माण बाद ज्यादा दिन तक नहीं टिक पता। इन क्षेत्रों में बारिश होने पर कीचड़ हो जाती है। दोपहिया वाहन चालकों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई लोग बाइक फिसलने से चोटिल भी हो चुके हैं। चौपहिया वाहन चालकों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र के मार्ग पर हल्के-भारी सभी तरह के वाहनों की काफी आवाजाही रहती है। वर्तमान में पंडरीपानी जाने के लिए प्रधानमंत्री सड़क बनी है और बीएसएनएल कंपनी द्वारा हर पंचायत में सड़क से केबल बिछा रहे हैं, जिसके लिए जगह-जगह सड़क को खोदकर उसे खुला ही छोड़ दिया जा रहा है
प्रधानमंत्री सड़क योजना इसलिए है जरूरी
इस योजना के तहत मेन रोड से गांव तक सड़क का निर्माण किया जाता है, लेकिन मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत गांव को गांव से जोड़ने के लिए है। जिसके लिए वर्ष 2011 में शुरुआत की गई थी। गांव को गांव से जोड़ने व गांव के विकास के लिए यहां सड़क निर्माण जरूरी है। लेकिन शासन से ही सड़क निर्माण की स्वीकृति नहीं मिलती है। जिसके कारण विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी खाली हैं। इनके पास भी काम नहीं के बराबर है।
1322 किमी की लंबाई का दावा
बोड़ला, पंडरिया, लोहारा और कवर्धा चारों विकासखंड को मिलाकर कुल 1312 किलोमीटर की सड़क का निर्माण किया जाना था। इसके लिए अनुमानित लागत 93809 लाख की राशि से सड़क का निर्माण किए जाने का प्रस्ताव बनाया गया था, लेकिन वह प्रस्ताव अब किसी काम का नहीं रहा। इस ओर शासन ने कोई विचार भी नहीं किया। यही कारण है कि जिले में सड़कों की स्थिति खराब होते जा रही है। बताया जा रहा है कि हाल में ही 83 सड़क निर्माण के लिए फिर से प्रस्ताव भेजा गया है।
इस क्षेत्र में इस तरह की है समस्या
पंडरिया ब्लाक के कुकदुर सेक्टर कई प्रकार के विकास कार्य से कोसों दूर है। तेलियापानी लेदरा के आश्रित गांव पकरीपानी, सरहापथरा, अजवाइन बाह, मराडबरा, तीनगड्डा, कांदावांनी के ढेपरापानी, रुख्मीदादर, ठेंगाटोला, अमानिया पंचायत के डेंगुरजाम, सेजाडीह, छिंदीडीह व जखनाडीह, लिहाटोला, अमीदा में अब भी बिजली नहीं पहुंच सकी है। इसी प्रकार बासाटोला, ढेपरापानी, ठेंगाटोला, पीपरटोला, बिरुलडीह, लिहाटोला, बाहपानी, डेगुरजाम, टेढ़ापानी, सांईटोला, चाउरडोंगरी, सरहापथरा, तेलियापानी धोबे, अमीदा, जखनाडीह, देवानपटपर, भाकुर, सारपानी, सेंदुरखार, खैरा, कान्हाखेरो जैसे गांवों गर्मी के दिनों मे लोग झिरिया का पानी पी रहे हैं। पूर्व में बिरहुलडीह के ग्रामीणों ने कलेक्टोरेट आकर विद्युत की सुविधा देने आवेदन भी किया था।