छत्तीसगढ़

शक्कर कारखानों में कई प्रजातियों के गन्नों की खरीदी नहीं करने से किसानों में नाराजगी

एक दिसंबर से जिले में धान खरीदी शुरू हो गई है, वहीं अब धान खरीदी के साथ गन्नाा खरीदी को लेकर किसान नाराज चल रहे है। इस संबंध में गुरुवार को किसानों ने कलेक्टोरेट में आकर ज्ञापन सौंपा है। किसान मनीराम साहू ने बताया कि पंडरिया व राम्हेपुर शक्कर कारखाना द्वारा किसानों का गन्ना नहीं लिया जा रहा है। कई किसानों को यह कह कर लौटाया जा रहा है आपका गन्ना अभी पेराई के लायक नहीं है। इस कारण उनके गन्ने को वापस किया जा रहा है। इसके कारण किसान नाराज हो गए हैं। किसानों के अनुसार खरीदी के संबंध में कारखाना प्रबंधकों को पहले से जानकारी दी जानी थी, लेकिन अब कटाई के बाद जानकारी दी जा रही है, जो कि गलत है।

साथ ही किसानों ने ज्ञापन में यह भी बताया है कि इस वर्ष शक्कर कारखाना में किसानों से एक ही प्रजाति के गन्ने की खरीदी की जा रही है, जबकि जिले भर में हजारों किसानों ने कई प्रकार के गन्नों का उत्पादन किया है। इसके बाद अब भोरमदेव शक्कर कारखाना व पंडरिया के शक्कर कारखाने में केवल 085 किस्म के गन्ने को खरीदा जा रहा है। अन्य प्रजाति के गन्नों की खरीदी नहीं की जा रही है, जबकि हर वर्ष सभी प्रकार के गन्नों की खरीदी की जाती रही है। इससे किसानों में अधिक नाराजगी है।

शेयरधारी किसानों को कम दर में शक्कर देने अब तक निर्णय नहीं

ग्राम राम्हेपुर व पंडरिया में स्थित सरकारी शक्कर कारखाना द्वारा अपने शेयरधारी करीब 40 हजार लोगों को जल्द ही 3255 रुपए क्विंटल में शक्कर देने की तैयारी की जा रही है, लेकिन इन निर्णय को लेकर किसान नाराज हैं, क्योंकि बाजार में यही शक्कर 33 सौ से लेकर 35 सौ रुपये तक प्रति क्विंटल में मिल जाता है। ऐसे में मात्र दो सौ रुपये कम में शक्कर दिए जाने से किसानों को नुकसान हो रहा है। इसे लेकर डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा था, लेकिन अब तक शेयरधारी किसानों को नए रेट 3255 या पुराने रेट 2100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से शक्कर देने का आदेश जारी नहीं किया है। गौरतलब है कि शेयरधारी किसानों को 21 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर से शक्कर कई वषोर् से बेचा जा रहा है।

शक्कर व गन्ना उत्पादन में कवर्धा जिला पहले स्थान पर

पूरे राज्य में सबसे ज्यादा गन्ना व शक्कर का उत्पादन कबीरधाम जिले में होता है। राज्य में अंबिकापुर व बालोद में भी सहकारी शक्कर कारखाना है, लेकिन कबीरधाम जिले के दोनों कारखाना से काफी पीछे है।

16 हजार 155 हेक्टेयर में गन्ने की फसल

भोरमदेव शक्कर कारखाना में इस वर्ष किसानों को आनलाइन सिस्टम से पर्ची जारी की जाएगी। कारखाना क्षेत्र अंतर्गत कवर्धा, सहसपुर लोहारा व बोड़ला के 226 गांव आते हैं। इन गांव में 16 हजार 155 हेक्टेयर में गन्ने की फसल लगाई गई है। किसानों की संख्या करीब 10 हजार 444 है। इन्हीं किसानों से गन्ने की खरीदी की जाएगी। इस बार फसल मूल्यांकन के आंकड़े के हिसाब से सर्वे किया गया है। इसके चलते सीधे आनलाइन आंकड़े भुइयां के माध्यम से कारखाना प्रबंधन को मिले थे। इसी आंकड़े का सत्यापन किया गया।

 

 

 

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