आंगनबाड़ियों कार्यकर्ताओ का हो रहा शोषण
दुर्ग / वैश्विक महामारी से आज हर कोई जूझ रहा है और कोरोना जैसी घातक व संक्रमक महामारी को दूर करने जिला स्तर पर अभियान चलाया जा रहा जिसमे नगर निगम के सफाई कर्मी स्वास्थ्य कर्मी पुलिस कर्मियों का विशेष योगदान है इन सब के साथ साथ प्रशासन ने आंगन बाड़ी कार्यकर्ताओ को एक बड़ी जिम्मेदारी दी है आपको बता दे कि कोविद 19 की जांच के लिये प्रशासन ने आंगन बाड़ी कार्यकर्ताओ की ड्यूटी को बढ़ा दिया है और डोर टू डोर मरीजो की जांच के आदेश भी आंगन बाड़ी कार्यकर्ताओ को दिए है और उसके बदले में आंगन बाड़ी कार्यकर्ताओ को मानदेय के रूप में दी जाने वाली राशि काफी अल्प है जिसके चलते महिलाओ को आर्थिक परिस्थितियोंसे जूझना पड़ रहा है देखा जाए तो आंगन बाड़ी कार्यकर्ताओ कार्य भी कम नही है और इनकी भी भूमिका महत्वपूर्ण है लेकिन कार्य के बदले में जो राशि महिलाओ को दी जाती है वह ,,ऊंट के मुह में जीरा के समान, है आखिर इनकी समस्या का हल कैसे होगा क्या प्रशासन आंगन बाड़ी कार्यकर्ताओ के कार्य और उसके बदले में दी जाने वाली राशि को लेकर गंभीर नही है,, क्या इन महिलाओं को दी जाने वाली राशि पर्याप्त है,, ये सभी बाते अभी सोचनीय है , इनकी समस्याओ का निवारण कैसे होगा इस पर प्रशासन को गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है जिस से ये महिलाए भी अपनी जीविका आसानी से चला सके और अपने कार्य को बखूबी अन्जाम दे सके ।