विधायक ने किया वनोपज को बढ़ाने हेतु समूह के सदस्यों को प्रोत्साहित

विधायक ने किया वनोपज को बढ़ाने हेतु समूह के सदस्यों को प्रोत्साहित
फलदार एवं सब्जी प्रजाति के बीजों का छिडकाव कार्यक्रम मर्दापोटी में संपन्न
कांकेर- वनोपज को बढ़ावा हेतु राज्य शासन के मंशानुरूप कांकेर विकासखण्ड के ग्राम मर्दापोटी में वन, कृषि एवं उद्यानिक विभाग द्वारा संयुक्त रूप से फलदार एवं सब्जी प्रजाति के बीजों का छिडकाव कार्यकम आयोजित किया गया।

विधायक शिशुपाल शोरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार के निर्णय अनुरूप नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी योजना के तहत गांव में शुद्ध एवं प्रोटिनयुक्त साग-सब्जी का उत्पादन कर उपभोग करें तथा महिला स्व-सहायता समूहों को जिले के आश्रम-छात्रावासों में सब्जी बेचकर आय दोगुनी करने लोगों को प्रेरित भी किये। उन्होंने समूह के सदस्यों को आग्रह करते हुए कहा कि साग-सब्जी के साथ-साथ लघु वनोपज को भी बढ़ावा दें, जिससे क्षेत्र में आर्थिक क्रांति आयेगी और गांव का विकास होगा। उन्होंने समूह के सदस्यों को जंगल से मिलने वाली वनोपज जैसे-महुआ, हर्रा, बेहड़ा, आंवला, लाख, चार-चिरौंजी, शहद इत्यादि को संकलित कर समिति के माध्यम से बेचने के लिए लोगों से आव्हान किया। विधायक शोरी ने कहा कि क्षेत्र के गौठानों में समूह के सदस्यों को रोजगार से जोड़ने के लिए आर्थिक गतिविधि केन्द्र के रूप में विकसित किया जायेगा, जिससे क्षेत्र के लोंगो की आय में वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री के संसदीय सलाहकार राजेश तिवारी ने गांव के विकास के लिए लघु वनोपज को बढ़ावा देने हेतु उपस्थित समूह के सदस्यों को प्ररित करते हुए कहा कि मर्दापोटी एवं उनके आसपास के 17 ग्रामों में लघु वनोपज ईमली, महुआ, बेहड़ा, हर्रा, चार, कुसुम, बांस इत्यादि वनोपज से क्षेत्र के लोगों को वर्षभर लाभ मिलेगा, जिसके लिए समूचित कार्य योजना बनाने के संबंध में विस्तृत जानाकरी दी। हर्रा एवं लाख के प्रोसेसिंग के लिए प्रोसेसिंग यूनिट ईच्छापुर मे लगायी जायेगी, जिसके लिए स्थल का चयन भी किया गया है, वनोपज के संबंध में जनजागरूकता के लिए युवा समूह का गठन किये जाने पर जोर दिया। उन्होंने क्षेत्र विकास के लिए गांवों में प्रत्येक दिन परिचर्चा करने की समझाईश भी दी, वनोपज की दृष्टि से इस क्षेत्र को मॉडल के रूप में विकसित किया जायेगा, इसके लिए राज्य सरकार से मदद ली जायेगी।
कलेक्टर के.एल. चौहान ने फलदार एवं सब्जी प्रजाति के बीजों का छिड़काव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मर्दापोटी क्षेत्र के 17 गांवों को कलस्टर के रूप में विकसित किया जायेगा। उन्होंने स्व-सहायता समूह के चयनित नवयुवक सदस्यों को अपने क्षेत्र के वनों को बढ़ाने के लिए पौधा रोपण करने की जानकारी दी, जिससे आर्थिक दृष्टि से समृद्ध होंगे और क्षेत्र भी विकसित होगा। उन्होंने लघु वनोपज संग्रहण कर समूचित लाभ के लिए समिति के माध्यम से ही विक्रय करने की जानकारी दी। कलेक्टर चौहान ने कोदो, कुटकी, रागी की फसल को बढ़ावा के लिए प्रोसेसिंग के माध्यम से उचित दामों में विक्रय कर अधिक लाभ कमाने की समझाईश किसानों को दी। जंगल के वनोपज संग्रहण के लिए पंचायतवार प्रबंधन समिति बनाई गई है, लघु वनोपज को बेचने के लिए अब कोई समस्या नहीं होगी। लाख उत्पादन के लिए बेर, कुसुम, पलास, सेमियालता के पौधे लगाने के लिए ग्रामीणों से आग्रह किया। उन्होंने कहा कि समूह के माध्यम से लाख बीज किसानों को वितरण किया जा रहा है, प्रत्येक परिवार लाख उत्पादन कर अधिक लाभ कमायें। महिला स्व-सहायता समूह को गुणवत्तायुक्त साग-सब्जी उत्पादन कर आश्रम-छात्रावासों और गांवों में विक्रय कर आय में वृद्धि करने की समझाईश दी।

कार्यक्रम में वन विभाग द्वारा सब्जी मिनीकिट एवं मुनगा, पपती, अमरूद, काजू, बदाम, आंवला, नीबू इत्यादि के पौधे का वितरण भी किया गया। कृषि विभाग द्वारा सब्जी मिनीकिट, स्प्रेयर, सीट किटिंगड्रम, अरहर, उडद और रागीमिनी किट वितरण किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्या नरोत्तम पडोटी, जनपद सदस्य राजेश भास्कर, सरपंच ईच्छापुर गीता गावडे, उप सरपंच फुलसिंह मण्डावी, डीएफओ अरविंद पी.एम. जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. संजय कन्नौजे, एसडीएम उमाशंकर बंदे, उप संचालक कृषि एन.के. नागेश सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।



