केशकाल टाटामारी पहुँच मार्ग निर्माण की बांट जोह रहा, कई वर्षों से जर्जर है सड़क
कोंडागांव/केशकाल। बस्तर संभाग के कोंडागांव जिला अंतर्गत प्रसिद्ध सुंदर घुमावदार घाटियों से सुसज्जित केशकाल का प्रमुख पर्यटन स्थल टाटामारी अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता के लिए प्रदेश भर में विख्यात है। लेकिन टाटामारी घाट तक पहुंचाने वाली सड़क की हालत काफी जर्जर हो चुकी है जिसकी वजह से यहां आने वाले सैलानियों को पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। इसे देखते हुए वनमण्डलाधिकारी धम्मशील गणवीर ने समिति व स्थानीय लोगों के साथ मिलकर एकदिवसीय श्रमदान कर रास्ते की साफ सफाई किया।
वर्षों से जर्जर सड़क का अब तक नही हो पाया निर्माण
केशकाल नगर से टाटामारी की दूरी लगभग 4 किलोमीटर है जिसके चलते प्रतिदिन सैकड़ो सैलानी यहां घूमने आते हैं। लेकिन लगभग 3 किलोमीटर तक कि सड़क की हालत पिछले कई वर्षों से जर्जर स्थिति में है, जिसके चलते लोगों को टाटामारी घाट तक पहुंचने में बहुत दिक्कत झेलनी पड़ती है। इसके लिए स्थानीय लोगों व जनप्रतिनिधियों के द्वारा सड़क निर्माण हेतु आवेदन दिया गया है लेकिन अभी तक सड़क निर्माण हेतु स्वीकृति नही मिल पा रही है।
कलेक्टर ने की थी सौंदर्यता की तारीफ, बेहतर पर्यटन योजना का किया था वादा
बता दें कि कुछ दिनों पहले कोंडागांव के नवीन कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा टाटामारी घूमने आए हुए थे, कलेक्टर ने टाटामारी के सौंदर्यता की तारीफ की थी साथ ही यहां की मूलभूत समस्याओं जैसे सड़क, बिजली, पानी आदि का निराकरण कर बेहतर पर्यटन स्थल के रूप में बनाने हेतु योजनाएं बनाई जाने हेतु कहा था।
वनमण्डलाधिकारी ने लोगों के साथ मिलकर रास्ते को बनाया सुगम
वनमण्डलाधिकारी धम्मशील गणवीर ने बताया कि हमारे द्वारा टाटामारी के सौंदर्यीकरण व विकास हेतु योजनाएं बनाई गई हैं, तथा जल्द ही यहां विकास कार्यों की शुरुआत की जाएगी। फिलहाल सड़क निर्माण कार्य की स्वीकृति नही मिली है तथा रास्ते मे बड़े बड़े पत्थर होने के कारण गाड़ियों को चढ़ने में दिक्कत होती है इसे ध्यान में रखते हुए हमने स्थानीय समिती व लोगों के द्वारा एकदिवसीय श्रमदान कर रास्ते की साफ सफाई की गई साथ ही रास्ते मे पड़े बड़े बड़े पत्थरों को हटाया गया जिससे लोगों को आवागमन में थोड़ी सहूलियत होगी। इस दौरान उप-वनमण्डलाधिकारी मोना माहेश्वरी, तहसीलदार राकेश साहू, नगर पंचायत अध्यक्ष रोशन जमीर खान, प्रकाश नाग, सुरडोंगर वन समिति के अध्यक्ष खिलेश्वरी शोरी, पीताम्बर नाग व वन विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।