8 साल से तलाश, 6 महीने कड़ी नजर, 3 दिन से पल-पल की अपडेट, नायकू में मार गिराने में ऐसे मिली कामयाबी | jammu kashmir search close watch and 36 hours encounter in this way the security forces succeeded in killing hizbul commander riyaz naiku | nation – News in Hindi
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![8 साल तलाशी, 6 महीने कड़ी नजर, 36 घंटे एनकाउंटर! नाइकू को मारने में ऐसे मिली कामयाबी 8 साल तलाशी, 6 महीने कड़ी नजर, 36 घंटे एनकाउंटर! नाइकू को मारने में ऐसे मिली कामयाबी](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2020/05/naykoo.jpg?impolicy=website&width=459&height=306)
ऐसे सुरक्षा बलों को मिली हिजबुल कमांडर नायकू को मार गिराने में कामयाबी.
कई बार गलत जानकारी मिलने के कारण रियाज़ नाइकू (Terrorist Riyaz Naikoo) के मामले में सुरक्षाबलों (Security Forces) को हताशा हाथ लगी थी. लेकिन बुधवार को पुलवामा के बेगपोरा के एक घर में रियाज के होने की सटीक जानकारी के बल पर सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली.
कई बार गलत जानकारी मिलने के कारण नाइकू के मामले में सुरक्षाबलों को हताशा हाथ लगी थी. लेकिन बुधवार को पुलवामा के बेगपोरा के एक घर में रियाज के होने की सटीक जानकारी के बल पर सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली. कश्मीर के पुलिस चीफ दिलबाग सिंह के हवाले से एनडीटीवी की एक रिपोर्ट में बताया, ‘हमारे पास पक्की जानकारी थी कि रियाज नाइकू इस घर में छिपा हुआ है.’
नायकू को छिपाने वाले ने बताया पता
दिलबाग सिंह ने कहा कि इस बार पुलिस नाइकू के करीबियों तक पहुंच गई थी. हमें इस बार एक ऐसा शख्स मिला था कि जिसने छुपने में नाइकू की मदद की थी. उन्होंने कहा कि हम लगभग 15 दिन से लगातार दिन-रात इस ऑपरेशन में लगे रहे. पिछले 3 दिन से हम पल-पल नजर रख रहे थे.सुरक्षाबलों ने इससे पहले भी नाइकू पर शिकंजा कसने की कोशिश की थी, लेकिन वह अपने तकनीकी कौशल के बल पर बचता रहा. अपने छिपने के लिए उसने कई ठिकाने बना रखे थे. नाइकू कश्मीर में सबसे लंबे समय तक टिकने वाला आतंकी कमांडर था. हालांकि इस बार किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया.
हर बार बच निकलता था नाइकू
दिलबाग सिंह ने कहा कि हम कई बार नाइकू के करीब पहुंचे, लेकिन हर बार निराशा ही हाथ लगी. उसका पता लगाने के लिए हमनें कई बार तलाशी अभियान चलाया, लेकिन हर बार वह बच निकलता था. कई इलाकों में तो हमनें घर-घर की तलाशी ली. मंगलवार को शुरू हुए ऑपरेशन में पुलिस डटी रही.
इस बार पुलिस को थी पक्की जानकारी
दिलबाग सिंह ने कहा कि पुलिस को पक्की जानकारी थी कि नाइकू यहीं है. हम जांच एजेंसी की मदद से रातभर नायकू की तलाश करते रहे. हमें पक्का यकीन था कि नाइकू उसी घर में है. हमने सोच लिया था कि नाइकू को लिए बिना वापस नहीं लौटेंगे. हमें मालूम था कि नाइकू के पकड़े जाने की खबर फैलते ही हिंसा और विरोध प्रदर्शन शुरू हो जाएगा, इसलिए हमनें पहले ही इंटरनेट मोबाइल सेवा बंद कर दी थी.
पुलिस ने कहा कि नायकू ने उस दौरान पुलिस पर फायरिंग नहीं की. वह एक कमरे से दूसरे कमरे में छिपता रहा. जबकि हमें लग रहा था कि वह फायरिंग करेगा. बुधवार की सुबह लगभग 9 बजे नाइकू को मार गिराया गया. इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए सुरक्षित निकलना पुलिस के लिए आसान नहीं था.
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First published: May 7, 2020, 10:45 PM IST