जिला पंचायत उपाध्यक्ष कैलाश चन्द्रवंशी की कर्मठता और सराहनीय पहल से दर्जनों ग्रामों के बासिदों को मिली जल संकट से मुक्ति
छीर बांध से सूख चुकी मुन्नकुन्ना नदी में पानी छोडऩे खोदी गई अस्थाई नहर नाली
नदी में पानी गिरने से लोगों में दिखी भारी खुशी, क्षेत्रवासियों ने डिप्टी सीए व जिपं उपाध्यक्ष के प्रति जताया आभार
कवर्धा। ग्रीष्म ऋतु के सीजन में लगातार बढ़ रही गर्मी और तपिश के चलते जिले के कई ईलाकों में भीषण जल संकट की समस्या उत्पन्न हो गई है। आलम ये है कि क्षेत्रीय नदी, नाले तथा दूसरे जल स्त्रोत सूख चुके हैं। ऐसे में क्षेत्रवासियों के सामने निस्तारी की गंभीर समस्या खड़ी हो गई। ऐसी ही समस्या जिला पंचायत क्षेत्र के क्रमांक 10 में भी देखने को मिल रही है। जहां दर्जनो ग्रामों के ग्रामीणों के लिए जीवनदायनी मानी जाने वाली स्थानीय मन्नकुन्ना नदी अप्रैल माह के शुरूआती दिनो में ही सूख चुकी है। जिससे लोगों के सामने निस्तारी की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। अपने जिला पंचायत क्षेत्र के ग्रामीणों की इस गंभीर समस्या को देखते हुए जिला पंचायत उपाध्यक्ष कैलाश चन्द्रवंशी ने कवर्धा विधायक एवं प्रदेश के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा को ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत कराते हुए उनके मार्ग दर्शन और दिशा निर्देश पर सराहनीय पहल करते हुए एक वैकल्पिक व्यास्था बनाकर सूख चुकी मुन्नकुन्ना नदी में पानी छोडऩे की व्यवस्था की है। बताया जाता है कि इस जनकल्याणकारी कार्य में बीते करीब तीन-चार दिनों से लगातार जुटे जिला पंचायत उपाध्यक्ष कैलाश चन्द्रवंशी ने एक रूप रेखा तैयार कर छीर बांध के पानी से मुन्नकुन्ना नदी में पानी छोडऩे की व्यवस्था की है। इसके लिए बकायदा क्षेत्र के ग्रामीणों से चर्चा कर और उनसे सहयोग लेकर छीर बांध नहर नाली से नदी तक पानी पहुंचाने के लिए जेसीबी मशीन से करीब 36 घंटे की लगातार खुदाई कर अस्थाई नाली का निर्माण कराया गया है। इस अस्थाई नहर नाली की खुदाई के पूर्व बीते गुरूवार को जिला पंचायत उपाध्यक्ष कैलाश चन्द्रवंशी ने ग्रामीणों के साथ मिलकर निर्माण कार्य का विधितव भूमिपूजन भी किया। जिसके फल स्वरूप शनिवार को अस्थाई नहर नाली से सूख चुकी मन्नकुन्ना नदी में अब छीर बांध का पानी पहुंचने लगा है। माना जा रहा है कि अब जल्द ही यह नदी एक बार फिर पानी से लबालब हो जाएगी और लोगों को कम से कम निस्तारी के लिए पानी मिलने लगेगा। जिला पंचायत उपाध्यक्ष कैलाश चन्द्रवंशी की इस शानदार पहल और कार्य के प्रति लगन को देख लोगों ने इसकी जमकर तारीफ की। यही वजह है कि अस्थाई नहर नाली खोदने के लिए क्षेत्र के किसानो ने अपने खेत में भी खुदाई की अनुमति दे दी। इतना ही नहीं जिन किसानो के खेतों में गन्ना की फसल लगी थी उन्होने भी फसल का लागत मूल्य लेकर अपने खेतों से अस्थाई नहर नाली खोदने की स्वीकृति दे दी और एक प्रकार के इस सामूहिक सहयोग से भीषण जल संकट से जूझ रहे क्षेत्र के खड़ौदा, मदनपुर, सोनबरसा, बटुराकछार, बारदी, सेमो, कोको, बानो, सिंघनपुरी, गधाभांटा, मानपुर सहित करीब 40 से 50 गांवों के बासिंदों को बड़ी राहत मिली है। जिसके लिए क्षेत्रवासियों ने प्रदेश के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा तथा जिला पंचायत उपाध्यक्ष कैलाश चन्द्रवंशी के प्रबति आभार व्यक्त किया है।