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युवोदय स्वयंसेवा कार्यक्रम ने पूरे किए एक वर्ष

युवोदय स्वयंसेवा कार्यक्रम ने पूरे किए एक वर्ष

दुर्ग /जिला प्रशासन दुर्ग, यूनिसेफ छ.ग एवं एग्रिकॉन फाउंडेशन के संयुक्त पहल कार्यक्रम युवोदय स्वयंसेवा कार्यक्रम ने अपने पहले वर्ष की सफलता के साथ एक नया मील का पत्थर छू लिया है। इस कार्यक्रम की शुरुवात 7 जुलाई 2023 को हुई थी इस कार्यक्रम में अभी 700 से अधिक स्वयंसेवकों ने जुड़कर जिले में विभिन्न सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों पर जिला प्रशासन का सहयोग किया है। कार्यक्रम के दौरान, युवोदय स्वयंसेवकों के द्वारा सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण में युवाओं की भागीदारी, किशोर किशोरी स्वास्थ्य, नशा मुक्ति में समुदाय को जोड़कर कार्य, माहवारी स्वच्छता, मतदान जागरूकता, और पौधा रोपण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर 200 से अधिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा चुका है। उनके समर्पण और निरंतर प्रयासों से जिले में इन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिले हैं। सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के अभियान ने लोगों में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाई और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान में मदद की। आओ बात करे मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के कारण लोगांे में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जगरूकता बढ़ी है।

पर्यावरण संरक्षण के लिए आयोजित अभियानों में युवोदय युवाओं की सक्रिय भागीदारी ने पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा दिया। किशोर किशोरी स्वास्थ्य और माहवारी स्वच्छता के क्षेत्र में किए गए कार्यों ने जागरूकता फैलाने और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को कम करने में मदद की। नशा मुक्ति अभियानों में नशीली पदार्थों के दुष्प्रभावों के प्रति लोगों को जागरूक किया और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया। मतदान जागरूकता अभियानों में लोगों को अपने मताधिकार का सही उपयोग करने के प्रति प्रोत्साहित किया। पौधा रोपण अभियानों ने हरित जिले के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। शिक्षा के क्षेत्र में आज क्या सिखा और पढ़ाई का कोना के बारे में स्वयंसेवकों के द्वारा स्कूलों में जाकर शिक्षकों के मदद से छात्र-छात्राओं को जानकरी दिया जा रहा है, हम होंगे कामयाब परीक्षा के समय मानसिक स्वास्थ्य को रखने हेतु ऐसे 100 से अधिक स्कूलों में कार्य क्रम किया जा चुका है, जिससे हजारों बच्चों को फायदा मिला है। इसके साथ ही पालक-शिक्षक मीटिंग, गृह भेंट के माध्यम से ड्रॉपआउट बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का प्रयास युवोदय स्वयंसेवको के द्वारा किया जायेगा। जिला प्रशासन के सहयोग से युवोदय स्वयंसेवकों ने इन सभी क्षेत्रों में अनुकरणीय कार्य किया है। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने उनके योगदान की सराहना करते हुए कहा, युवोदय स्वयंसेवक कार्यक्रम ने जिले में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हम इस कार्यक्रम की सफलता पर गर्व महसूस करते हैं और भविष्य में भी ऐसे ही सामाजिक कार्यों में उनके सहयोग की अपेक्षा करते हैं। यूनिसेफ छ.ग सामाजिक व्यवहार परिवर्तन विशेषज्ञ श्री अभिषेक सिंह ने कहा यह एक वर्ष उन सभी स्वयंसेवकों की मेहनत, समर्पण और सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। भविष्य में भी यह कार्यक्रम इसी तरह से समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध रहेगा। युवोदय टीम के बेहतर कार्याें को देखकर विशेष मौकों जैसे गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस आदि एवं अन्य विशेष अवसरों पर जिला प्रशासन के द्वारा स्वयंसेवको को सम्मानित भी किया जा चुका है। भविष्य की योजनाएं युवोदय स्वयंसेवक कार्यक्रम आने वाले वर्ष में भी इसी तरह से समाज के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम के तहत नए परियोजनाओं का शुभारंभ किया जाएगा, जिनमें महिला सशक्तिकरण, डिजिटल साक्षरता में शिक्षा विभाग के साथ नव भारत साक्षरता (उल्लास) अभियान में सहयोग, ग्रामीण विकास, और शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान शामिल है। इन नई पहलों का उद्देश्य समाज में व्यापक सकारात्मक बदलाव लाना है। युवोदय का लक्ष्य है कि समाज के प्रत्येक वर्ग को सामाजिक बदलाव की प्रक्रिया में शामिल किया जाए। इस अभियान के माध्यम से संगठन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि समाज में हर व्यक्ति को एक बेहतर जीवन जीने का अवसर मिले और सामाजिक असमानताएँ कम हो।

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