धर्म

सनातन का विरोध में खड़े लोग़ो को अपने आप परिणाम मिल जाएगा-आचार्य देशमुख


*गोयल परिवार द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन
सूरजपुर।श्रीमद् भागवत कथा वाचक पीठाधीश्वर आचार्य देशमुख वशिष्ठ जी महाराज ने कहा कि धर्म के बिना राजनीति संभव नहीं है राजनीति तभी सफल है जो धर्म के बल पर चले, धर्म जीने की कला है।राजनीतिज्ञों को रामायण व भागवत सुननी चाहिए ताकि भगवान राम व कृष्ण की तरह अच्छी राजनीति कर सके जिससे प्रजा का भला हो।
गोयल परिवार द्वारा पितरों के पुण्य स्मरण प्रसंग पर पितृ मोक्षार्थ गया श्राद्धत आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का वाचन करने यहां पहुंचे आचार्य देशमुख वशिष्ठ महाराज ने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के माध्यम से समाज में फैली विकृतियों को दूर करने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या,दहेज प्रथा जैसी कूप्रथा बंद होनी चाहिए जिसे हम लोगों को कथा के माध्यम से संदेश देते हैं। उन्होंने कहा कि सनातन प्रेम सीखाता है,एक होकर चलने का मार्गदर्शन कराता है।सनातन धर्म में राम,कृष्ण ने अवतार लिया था। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि सनातन धर्म का परचम हमेशा लहराता रहेगा,सनातन के विपरीत खड़े होने वालों को अपने आप परिणाम मिल जाएगा देश में सनातन की शक्ति से ही आज हम चंद्रमा तक पहुंच पाए हैं,सनातन धर्म के बल पर ही बड़े-बड़े कार्य संपन्न हो रहे हैं जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर आज पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है जो देश के लिए गौरव की बात है।देश में धर्म के अनुसार राजनीति चल रही है। एक सवाल पर आचार्य वशिष्ठ महाराज ने कहा कि हिंदू राष्ट्र बनने से समस्त प्रकार की उत्पीड़न कम होगी खुशहाली के साथ लोग जिएंगे,देश को हिंदू राष्ट्र बनना चाहिए जिसमें सभी की भलाई है।उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पहली बार आया हूं यहां आते ही मुझे एक अलग अनुभूति हुई, यहां की प्रकृति में साक्षात् परमात्मा के दर्शन मिले यहां के लोग धर्म के प्रति आस्था रखने और शांत स्वभाव के हैं,यहां लोगों से मिलकर मन प्रसन्न हो गया। यहां रंगमंच प्रांगण में श्रीमद् भागवत कथा रसोत्सव का भव्य कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हुआ है।राम मंदिर से कथा स्थल तक कलश यात्रा निकाली गई।प्रतिदिन दोपहर 3से शाम 6 बजे तक कथा का वाचन पीठाधीश्वर आचार्य देशमुख वशिष्ठ जी महाराज के मुखारविंद से किया जा रहा है जिसमें बड़ी संख्या में भक्तगण कथा का श्रवण कर रहे हैं।भागवत कथा का समापन 14 सितंबर को हवन व विशाल भंडारे के साथ होगा।आयोजन को लेकर गोयल परिवार के मुरारी लाल गोयल,सुरेश गोयल,अनिल गोयल,राकेश गोयल,संजय गोयल,पंकज गोयल,प्रशुन गोयल, निशु गोयल,एकांत गोयल,तुषार आयुष आदि सक्रिय हैं।

Related Articles

Back to top button