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मवेशियों को अवारा नहीं छोडऩे पशुपालकों ने ली शपथ

भिलाई। शहर के सड़क, बाजार, चौक चौराहो में घुमने वाले मवेशियों को अब एनिमल टैगिंग कर विशेष पहचान दिया जायेगा, जिससे रोका छेका संकल्प अभियान के तहत बार-बार पकड़े जा रहे मवेशी के मालिक के विरूद्व दण्डात्मक कार्यवाही की जा सके। पशु पालको ने मवेशियों को खुले में नही छोडऩे का शपथ भी लिया।

शहर में आवारा घुमने वाले मवेशियों के विरूद्व शासन के निर्देशानुसार रोका छेका संकल्प अभियान सम्पूर्ण निगम क्षेत्र में चलाया जा रहा है। पशुओं को निगम का राजस्व अमला पकड़कर गौठान में छोड़ रहे है, जिसे पशु मालिक छुड़ाकर ले आते है और उन्हे फिर से शहर में विचरण के लिए छोड़ देते है। अब निगम क्षेत्र के सभी मवेशियों का एनिमल टैगिंग किया जायेगा। भिलाई निगम क्षेत्र के पशुपालकों के साथ हुई बैठक में यह निर्धारित किया गया कि सभी मवेशियों को एनिमल टैगिंग आवश्यक रूप से किया जाना है, जिससे कि बार बार पकडऩे जाने वाले मवेशी मालिक के विरूद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जा सके। मवेशियों के कारण होने वाली दुर्घटनाओ को रोकने निगम की टीम नेशनल हाईवे सहित निगम क्षेत्र के सभी मुख्य सड़कों से मवेशियों को पकड़ रहे है ताकि यातायात में कोई बाधा न आये।

पशुपालकों के साथ निगम सभागार में आयोजित बैठक में अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी ने कहा कि सड़क पर मवेशियों के झुण्ड में चलने और बैठे रहने की वजह से वाहन दुर्घटना की आशंका बनी रहती है, निगम ऐसे मवेशियों को हटाने लगातार कार्यवाही कर रहा है इसमें आप सभी पशुपालकों की सहभागिता भी जरूरी है यह अभियान तभी सफल होगा। उन्होंने पशुपालकों से कहा कि अपने मवेशी को खुला न छोड़े ताकि होने वाले दुर्घटना से वाहन चालक बचे रहें और पशुधन की भी हानि न हो, उन्होने कहा कि मवेशी को किसी भी प्रकार से नेशनल हाइवे और मुख्य मार्ग में नहीं ले जाये। कई मवेशी बहुत हिंसक होते है उन्हें पकडऩा भी मुश्किल होता है। मवेशियों को चराने के लिए ले जाते समय उसके साथ एक चरवाहा अवश्य रहे। बैठक में एनयूएलएम की नोडल प्रीति सिंह और रोका छेका अभियान के नोडल अनिल सिंह, सभी जोन के सहायक राजस्व अधिकारी, मिशन मैनेजर अमन पटले उपस्थित रहे।

अब जुर्माना भी लगेगा –
रोका छेका अभियान के तहत सड़क से पकड़े जाने वाले अवारा मवेशी को छुड़ाने के लिए आने वाले पशुपालकों से अब जुर्माना वसूला जाएगा। इसके लिए दंडात्मक शुल्क भी निर्धारित किये गए है। पहली बार पकड़े जाने पर मवेशी के मालिक से 1000 रु, दूसरी बार पकड़े जाने पर 2000 रु और तीसरी बार पकड़े जाने पर 3000 रु के साथ मवेशी मालिक के विरूद्ध अपराध दर्ज कराया जाएगा। सभागार में आयोजित बैठक में उपस्थित सभी पशुपालकों ने संकल्प अभियान के तहत अपने मवेशी को खुला नहीं छोडऩे, व्यवस्थित तरीके से पशुओ को रखने जिससे किसी भी जनधन व पशुधन की हानि रोकने में अपना सहयोग करने की शपथ लिए।

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