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चिल्फ़ीघाटी छात्रवास के अधीक्षक की लापरवाही से बच्चे कभी भी आ सकते है गम्भीर बीमारी के चपेट में पढ़िये ख़बर

चिल्फ़ीघाटी छात्रवास के अधीक्षक की लापरवाही से बच्चे कभी भी आ सकते है गम्भीर बीमारी के चपेट में पढ़िये ख़बर

कवर्धा(जीवन यादव) बोड़ला ब्लॉक के आदिवासी छात्रवास चिल्फी में कुछ दिनों में भीषण गर्मी का मौसम शुरू होने वाला है। ऐसे में हॉस्टल में ठंडा पानी पीने के लिए वाटर कूलर शुरू की है, ताकि तेज गर्मी बढ़ने से पहले बच्चों को सुविधा मिल सकें।हॉस्टल में पूर्व में पेयजल सुविधा के लिए लगाए गए वाटर कूलर कबाड़ हो रहे हैं। खराब पड़े हैं। ऐसे में बच्चों व उनसे मिलने आने जाने वालों पलकों को परेशानी काफी होगी। वाटर कूलर खराब पड़े हैं, जिन्हें सुधरवाने की जरूरत है। हॉस्टल अधीक्षक द्वारा उनकी मरम्मत को लेकर ध्यान देने की जरूरत भी नही समझते है। हॉस्टल में बच्चों के लिए सुविधा व मनोरंजन के लिए कुछ नही टीवी भी बंद पड़ा हुआ है खिड़की में मच्छर से बचने के लिए मच्छर दानी भी नही है और न ही रात में सोने के लिए मच्छर दानी लगा हुआ जिसे बच्चों का सेहत कभी भी खराब हो सकता जिसे डेंगू ,मलेरिया जैसे गम्भीर रूप बीमारी फैल सकती है मगर अधीक्षक द्वारा रुचि न दिखाने से कभी भी बच्चों की सेहत खराब हो सकती है।
बच्चों के शौचालय की भी हालत खराब है गंदगी से भरा पड़ा है
जब हमारी टीम वहाँ पहुँची तो देखा कि शौचालय पूरी गंदगी से भरा पड़ा है और वही पीने का ठंडा पानी का इंतजाम भी नहीं है।और देखभाल के अभाव में धीरे धीरे कबाड़ में तब्दील होते जा रहे हैं।
अधीक्षक संतोष नेताम
जब हमारी टीम चिल्फ़ी घाटी के छात्रावास के अधीक्षक से जानकारी के लिए बार बार फोन पर संपर्क किया लेकिन फोन उठना अधीक्षक मुनासिब नही समझा ऐसे गैरजिम्मेदार अधीक्षकों का किसके मेहरबान है

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