सुभम नामदेव हत्याकांड-पिता से ही डिटेल खगालेगी पुलिस
सबका संदेश न्यूज़ छत्तीसगढ़ राजनांदगांव- पुलिस के लिए चुनौती बने शुभम हत्याकांड की जांच की सुई हत्या के 11 महीने बाद घूम गयी है। शुभम के पिता डा. आरके नामदेव की शिकायत के बाद अब कोतवाली पुलिस भी मामले की जांच में जुट गयी है। दुष्कर्म के आरोप में जेल से जमानत पर रिहा हुए शुभम के पिता ने शहर के मुंकु नेपाली और दिनेश उर्फ गोलू मारवाड़ी पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। यही नहीं उनका आरोप है कि पांच लाख रूपये की ठगी के बाद उनके बेटे शुभम की हत्या की है। इस शिकायत के बाद कोतवाली पुलिस ने शुभम के पिता डा. नामदेव को पूछताछ के लिए बुलाया है। कोतवाली टीआई अलेक्जेंडर किरो ने कहा कि शिकायत पर अपराध तो दर्ज कर लिए हैं, लेकिन मामले की पूरी जानकारी के लिए उन्हें बुलाया है। डिटेल आने के बाद हत्याकांड का मामला भी पर्दाफाश हो सकता है। फिलहाल मामले को जांच में लिया गया है। शुभम के पिता डा. आरके नामदेव का आरोप है कि जेल पहरी संदीप चंदेल के कहने पर दुष्कर्म के मामले में समझौता कराने उन्होंने मुंकु नेपाली और दिनेश माहेश्वरी से मुलाकात की थी। समझौते के नाम पर दो किस्त में पांच लाख रुपये भी लिए। पर समझौता नहीं हो पाया। रिपोर्ट में डा. नामदेव ने यह भी कहा है कि जेल से छूटने शुभम दोनों के पास रुपये मांगने पहुंचा था, लेकिन रुपये नहीं लौटाए। उल्टा शुभम व मेरे को जान से मारने की धमकी दी थी। पुलिस इस शिकायत के बाद जांच में जुट गयी है।
बता दें कि राजनांदगांव के लालबाग थाना क्षेत्र के रेवाडीह पेंड्री चौक के पास नेशनल हाईवे 53 में 11 सितंबर 2018 को शुभम नामदेव नामक युवक की हत्या अज्ञात आरोपियों द्वारा कर दी गई थी. बताया जा रहा है कि शुभम अपनी कार से पेंड्री घुमने गया था. उसी दौरान अज्ञात आरोपियों द्वारा शुभम की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी गई थी. गले में चोट के बावजूद शुभम कार चलाते हुए रेवाडीह चौक पहुंचा. घटना की सूचना आस-पास के लोगों ने पुलिस को दी. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शुभम को अस्पताल भेजा. अस्पताल में डॉक्टर ने शुभम को मृत घोषित कर दिया था.
पिता ने लगाई थी न्याय की गुहार:
इस मामले में लालबाग पुलिस और उस समय की क्राइम ब्रांच पुलिस जांच में जुटी थी लेकिन आज तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला और न ही कोई आरोपी इस मामले में गिरफ्तार हुआ. मामले को लेकर शुभम के पिता ने रायपुर पुलिस मुख्यालय पहुंचकर डीजीपी से न्याय की गुहार लगाई थी. कार्रवाई करते हुए डीजीपी ने एक एसआईटी टीम गठीत कर मामले को जल्द से जल्द निपटाने और आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए. फिलहाल पुलिस की जांच अभी जारी है.
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