साहित्य की गंगा बेमेतरा के ग्रामीण क्षेत्रों से होकर गुजर रही है।छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन

छत्तीसगढ़ बेमेतरा/ बेरला :- 14 ऑक्टूबर दिन गुरुवार को ग्राम सलधा में छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत ज्ञान दाहिनी माँ वीणापाणि की पूजन अर्चन से की गई वंदना की इस कड़ी में वरिष्ठ कवि मीर अली “मीर” जी (छत्तीसगढ़ के रसखान) के सुमधुर आवाज में स्वरस्वती वंदना गायन किया गया। कार्यक्रम में शुभ आशिर्वाद के रूप में ब्रम्हाचारि श्री ज्योतिर्मयानंदः जी माहाराज (श्री सपाद लक्षेश्वर धाम सलधा) उपस्थित रहे व अपने सुमधुर वाणी से इस कार्यक्रम को आशिर्वाद प्रदान किये। इस कार्यक्रम के अतिथि मान. श्री टी.आर.साहू जी (शिक्षाविद,जिला पंचायत सदस्य बेमेतरा) ने सलधा को अपने प्रिय गांव बताते हुए अपने शिष्य युवा कवि ईश्वर निषाद को आशिर्वाद दिया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए मंच पर प्रथम प्रस्तुति के रूप में गांव के ही युवा कवि ईश्वर निषाद जो इस कार्यक्रम के सयोंजक थे उनको आमंत्रित किया गया उन्होंने अपने गांव का परिचय एक लोक गीत ददरिया से दिया व अपने हास्य से पुरे स्रोतो को लोट पोट कर दिया। द्वितीय प्रस्तुति के रूप में नांदघाट,चिचोली से पधारे सुप्रसिद्ध हास्य कवि कृष्णा भारती जी “हास्य परमाणु बम” ने अपने हास्य-व्यंग्य से सम्पूर्ण स्रोता समाज को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके बाद ढा़बा,भिंभौरी से पधारे गीतकार कवि श्री नारायण प्रसाद वर्मा “चन्दन” जी ने अपने शानदार छंदमय प्रस्तुति से मंच पर समां बांधा। तत्पश्चात् हमारे बेमेतरा से युवा कवि के रूप में साहित्य के क्षेत्र में तेज़ी से आगे बढ़ने वाले व सुरहोली, बेरला से पधारे युवा कवि श्री तारकेश्वर साहू “बचपन” जी ने अपने मधुर गीत *पुरखौती गांव* के माध्यम से गंवई-गांव की यादों को ताजा कर दिया इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में साहित्य की गंगा को गांव-गांव तक पहुंचने वाले व सारागांव, रायपुर से पधारे वरिष्ठ कवि आदरणीय कवि *मीर अली “मीर”* जी ने अपने सुप्रसिद्ध रचना **नन्दा जहि कारे नन्दा जहि कारे** का पाठ कर सभी को स्रोताओं का दिल जीत लिया। अंतिम प्रस्तुति के रुप में कार्यक्रम का संचालन कर रहे व लोगो को उत्साहित करने वाले कवि श्री ईश्वर लाल साहू “आरुग” जी ने वीर रस के माध्यम से कविता पाठ करते हुए युवाओ में देश भक्ति जज़्बा और अधिक सुदृढ़ कर दीया। कवि सम्मेलन लगभग मध्य रात्रि तक चला। स्थानीय ग्रामीणों ने आने वाले वर्ष में पुनः कवि सम्मेलन की घोषणा कर दी। तत्पश्चात् सभी कविगण श्री सपाद लक्षेश्वर धाम शिवगंगा आश्रम सलधा गए जहाँ ब्रम्हाचारि श्री ज्योतिर्मयानंदः जी माहाराज जी द्वारा सभी कविगण को सपाद लक्षेश्वर धाम का प्रस्तिपत्र दिया गया। इस कार्यक्रम में स्रोत के रूप में आये हुए कविगण बेरला से कवि श्री जगदीश प्रसाद सोनी जी थानखम्हरिया से कवि श्री कुबेर पटेल जी टुरासेमरिया से कवि श्री दिलीप पटेल “दिप” जी व परपोड़ा से कवि श्री मिलन सिवारे जी। कार्यक्रम में विशेष सहयोगी के रूप में मान. श्री बेदीन सहदेव साहू जी (सरपंच),श्री हीरा साहू जी (उपसरपंच), श्री यशपाल साहू, माँ दुर्गा समिती, श्री टीकाराम निषाद, रूपेश, सेवक राम साहू, केवल राम, थानु राम, खिलेंद्र साहू, युवराज, व समस्त ग्रामवासी सलधा उपस्थित रहे ।