
केबीनेट मंत्री के 10 दिनों के अल्टीमेटम के बाद भी बिजली की आंख मिचौली नही सुधरी -सुनील केशरवानी
बिजली कटौती ,खाद बीज की पूर्ति न करना एक साजिश है ताकि किसानों की धान की पैदावार कम हो सके और इन्हें धान खरीदना कम पड़े -सुनील केशरवानी
बिजली विभाग का घेराव कर राज्यपाल के नाम समस्याओं के निराकरण के लिए ज्ञापन सौंपा
पंडरिया अनुभाग में टेंडर घोटाला हुआ जिसमें कार्यवाही नही हुई, यहाँ जनप्रतिनिधि भस्ट्राचारियो को बचाने का काम कर रहे है – सुनील केशरवानी
कबीरधाम: जोगी कांग्रेस के द्वारा बिजली विभाग की विभिन्न प्रकार की समस्याओं को लेकर बिजली विभाग का घेराव करके ,राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया । जोगी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुनील केशरवानी ने कहा कि हमारे जिले में विद्युत विभाग की लापरवाही भ्रष्टाचार के कारण जिलावासियों को समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। एक तरफ शासन की योजना बिजली बिल हाॅफ की है लेकिन जिला में बिजली ही साफ हो रही है।बिजली की कटौती में किसी साजिश की बू आ रही है ,किसानों की अधिक पैदावार न हो सके और शासन को धान खरीदना कम पड़े इस कारण जिला में खाद बीज की पूर्ति नही कर पाए है ।जिला में भ्रष्टाचार हावी है, पण्डरिया अनुभाग में टेंडर घोटाला हुआ जिसमें कार्यवाही अभी तक नही हुई है। उसी तरह किसानों को स्थाई पम्प कनेक्शन में नाम आने के बाद भी 1260 किसानों को पम्प कनेक्शन नहीं मिल पाया है। बिजली कटौती की समस्या इतनी अधिक है कि जिला मुख्यालय कवर्धा में नगर पालिका निवासी परेशान है जब मुख्यालय में ये हाल है तो ग्रामीण क्षेत्र का हाल बेहाल है बिजली कटौती के कारण किसान बेहद परेशान है। फसल चैपट होने की आशांका है।
जिलाध्यक्ष केशरवानी ने कहा 27 जून को केबिनेट मंत्री द्वारा 10 दिनों का समय दिया गया था। लेकिन 10 दिन बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हो पाया। इससे अन्दाजा लगाया जा सकता है कि शासन प्रशासन कैसे कार्य कर रही है। ये प्रमुख मांग रखा गया👇
1. जिला में (शहर सहित ग्रामीण) बिजली की आंख मिचैली को जल्द सुधार कराए और सुचारू रूप से चालू कराए।
2. 1260 किसानों के जल्द पम्प कनेक्शन लगवाया जाए।
3. कवर्धा शहर में बिजली विभाग की लापरवाही से हुई गर्भवती महिला की मौत पर 20 लाख का मुआवजा तथा कुई कुकदूर क्षेत्र भेड़ागढ में कु. नेहा धुर्वे की बिजली से मौंत हुई थी जिसकी मुआवजा की प्रककरण जल्द पूर्ण किया जाये।
4. बिजली विभाग में हुए भ्रष्टाचार, टेंडर घोटाले में जो जो दोषी है उन सभी पर कार्यवाही किया जाए।
जिलाध्यक्ष सहित प्रदेश अध्यक्ष अनु.जाति विभाग उदय चरण बंजारे जी, रवि चन्द्रवंशी जी, अश्वनी यदु जी दलीचंद ओगरे जी, हिमांशु महोबे, टिंकू जैन, गणेश पात्रे, दिलीप सोनी, मो इशाक, आकाश डहरिया, रंजीत वर्मा, आफताब खान, खिलेशकान्त दोहरे, आशीष ठाकुर, हीरो जांगड़े, चेतन वर्मा, सत्यप्रकाश सत्यवंशी, जे. डी मानिकपुरी, मोती टेकाम, ईश्वरी साहू, रफीक खान, रामदास पटेल, संतराम, जलेश बघेल, सागर, सुंदर, राकेश भट्ट, अकरम, संतोष, जनकु, दीपक, संतकुमार, जितेंद्र, अतुल राज, कामेश, मनोज, विष्णु, पदुम, कैलाश, अयान सिद्दीकी, राहुल चन्द्रवंशी, तरुण दिवाकर, इत्यादि कार्यकर्ता मौजूद थे।