माध्यम से योग दिवस के उपलक्ष्य पर योग के महत्व को समझते हुए सभी न्यायाधीशगणों द्वारा वर्चुवल योग किया गया
दुर्ग /कोरोना संक्रमण काल की अवधि को देखते हुए फिजिकल(भौतिक) रूप से कोई भी कार्यक्रम का आयोजन किया जाना संभव नहीं होने से तथा कई न्यायाधीशगणों को कोविड संक्रमण होने तथा उनके उपचार तथा शारीरिक स्वस्थता को ध्यान में रखते हुए 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर राजेश श्रीवास्तव जिला एवं सत्र न्यायाधीश /अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण -दुर्ग के द्वारा आनलाईन वर्चुवल माध्यम से योग क्रिया समस्त न्यायाधीशगणों को दिये जाने हेतु निर्देशित किये जाने पर आज न्यायाधीशगणों को योग क्रियाओं की जानकारी दी गई।
योग दिवस पर आयोजित वर्चुवल कार्यक्रम में राजेश श्रीवास्तव जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण -दुर्ग के साथ दुर्ग जिले के समस्त न्यायाधीशगण उपस्थित रहे राजेश श्रीवास्तव जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण -दुर्ग ने बताया कि करोना जैसी महामारी से न्यायालय भी अछूता नहीं रहा है, बहुत सारे न्यायाधीशगण करोना से ग्रसित हो चुके हैं, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता मैं कमी आ जाती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए योग सबसे महत्वपूर्ण है नित्य योग करने से शरीर, मन और आत्मा को नियंत्रित करने में योग मदद करता है। शरीर और मन को शांत करने के लिए यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन का एक संतुलन बनाता है। योग अभ्यास करने के मुख्य लाभों में से एक यह है कि यह तनाव कम करने में मदद करता है। तनाव का होना इन दिनों एक आम बात है जिससे शरीर और मन पर विनाशकारी प्रभाव पड़ता है। नियमित योग अभ्यास मानसिक स्पष्टता और शांति बनाता है जिससे मन को आराम मिलता है। किसी भी व्यक्ति को सुखी एवं स्वस्थ रखने में योग अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। युवा हो या फिर बुजुर्ग सभी के जीवन में योग सामान रुप से लाभकारी है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आज प्रातः प्रशांत देवाॅगन न्यायाधीश के द्वारा अपने निवास स्थल से ही आनलाईन माध्यम से न्यायाधीशगणों को वर्चुवल माध्यम से योग क्रियाओं की जानकारी दी गई तथा योग क्रिया भी सिखायी गई। योग के माध्मय से अपनी शारिरिक एवं मानसिक अवस्था को किस प्रकार से स्वस्थ रखा जा सकता है, बताते हुए योग क्रिया न्यायाधीशगण को सिखाई गई।