जिला अस्पताल में कोविड से ठीक हो चुके मरीजों के लिए पोस्ट कोविड केयर भी आरंभ, Post covid care also started for the patients who have been cured of Kovid in the District Hospital
कोविड से रिकवरी के पश्चात आई मानसिक-शारीरिक समस्याओं को दूर करने चिकित्सक करेंगे काउंसिलिंग
फिजियोथैरेपी की सुविधा भी उपलब्ध
दुर्ग / जिला अस्पताल में पोस्ट कोविड केयर भी आरंभ हो गया है। कोविड से रिकवर हो चुके कुछ मरीजों में कोविड के लक्षण तो चले गए हैं लेकिन पहले की तरह फिजिकल फिटनेस नहीं आई है। वे कमजोरी महसूस कर रहे हैं और कुछ मरीज पोस्ट कोविड कांप्लिकेशन से भी गुजर रहे हैं। ऐसे सभी मरीजों को राहत देने कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के निर्देश पर जिला अस्पताल में पोस्ट कोविड केयर की सुविधा आरंभ की गई है। इसमें मेडिकल सलाह की व्यवस्था है। कक्ष क्रमांक 17 में इसके लिए दो डॉक्टरों डॉ. केके जैन एवं डॉ. आरके देवांगन की ड्यूटी लगाई गई है। ये डॉक्टर पोस्ट कोविड केयर के संबंध में कांउंसिलंग कर रहे हैं। किसी तरह के मेडिकल कांप्लिकेशन की स्थिति में ट्रीटमेंट प्लान करेंगे। वे लंग एक्सरसाइज एवं अन्य एहतियातों के बारे में बताएंगे जिससे पोस्ट कोविड केयर में पूरी तरह से सहायता मिल रही है। इसके अलावा फिजियोथैरेपी की व्यवस्था भी की गई है। एनसीडी फिजियोथैरेपी कक्ष में अंकिता ठाकुर फिजियोथैरेपी से संबंधित कार्य देख रही हैं। कोरोना के चलते कोविड मरीजों को मानसिक तनाव से भी जूझना पड़ता है। कई बार इसका असर मन पर पड़ता है। ऐसे में कोरोना से उबरने के बाद मन को कैसे मजबूत रखें, इस संबंध में डॉ. आकांक्षा गुप्ता दानी, मनोरोग विशेषज्ञ से सलाह ली जा सकती है। इसके अलावा एक काउंसलर की व्यवस्था भी की गई है जिनकी ड्यूटी कक्ष क्रमांक-9 में लगाई गई है। मेडिकल विशेषज्ञों का समय सुबह 9 बजे से 2 बजे तक रखा गया है। फिजियोथैरेपी और काउंसिलिंग का समय सुबह 9 बजे से 3 बजे तक रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि कई मामलों में देखा गया है कि पूरा परिवार कोविड के चपेट में आ गया है और कुछ लोगों को अपने परिजनों को भी खोना पड़ा है। ऐसी स्थिति में अपने को संभालना बहुत जरूरी है। बेहतर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के बूते स्थिति को संभाला जा सकता है। इसके अलावा यह भी देखा गया है कि साँसों से संबंधित कई तरह की एक्सरसाइज एवं फिजियो के अनेक स्टेप्स से कोविड की वजह से हुई शारीरिक क्षति को धीरे-धीरे संभाला जा सकता है और पूर्व जैसी स्थिति लाई जा सकती है।