शहीदे आजम सरदार भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव का शहादत दिवस, Martyrdom day of martyr Azam Sardar Bhagat Singh, Rajguru and Sukhdev
पीली पगड़ी, पीला साफा बांधकर किया जायेगा नमन
भिलाई / शहीदे आजम सरदार भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के शहादत दिवस 23 मार्च को पीली पगड़ी – पीला साफा बांधकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया जायेगा। छत्तीसगढ़ सिख समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुखबीर सिंह सिंघोत्रा, उपाध्यक्ष बलविंदर सिंह सैनी उर्फ गग्गी, महामंत्री अमरजीत सिंह छाबड़ा ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि शहीदे आजम सरदार भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के शहादत दिवस 23 मार्च पर हर वर्ष किए जाने वाले कार्यक्रम की कड़ी में इस वर्ष भी छत्तीसगढ़ सिख समाज द्वारा शहीद भगत सिंह के शहादत दिवस पर मुख्यमंत्री निवास के सामने स्थित गौरव पथ पर भगत सिंह चौक पर स्थित उनकी आदमकद प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि शहीद भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव को अंग्रेजों द्वारा वसंत ऋतु के समय फांसी दी गई थी और जब उन्हें फांसी के तख्ते पर ले जाया जा रहा था तो उन्होंने बसंत पंचमी के अवसर को ध्यान में रखकर बसंती रंग की पगड़ी पहन कर यह गीत गाया था ( मेरा रंग दे बसंती चोला ओ माए रंग दे बसंती चोला ) छत्तीसगढ़ सिख समाज द्वारा पिछले 25 – 30 वर्षों से गांधी उद्यान के इस चैक पर लगातार उनकी शहादत दिवस एवं उनके जन्मदिवस पर लगातार आयोजन कर उनकी याद को ताजा कर उनके बलिदान को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है। नगर निगम द्वारा भी उनके शहादत दिवस पर भगत सिंह चैक पर महापौर, कमिश्नर एवं संस्कृति विभाग के अध्यक्ष सहित अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा उपस्थित होकर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है। शहीदे आजम सरदार भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव के बलिदान को याद करने सुबह से लेकर देर शाम तक अनेक देशभक्त अकेले एवं ग्रुप में आकर उनकी प्रतिमा के सामने फूलमाला पुष्पगुच्छ के साथ मोमबत्ती जलाकर उन्हें सैल्यूट कर उनके बलिदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। छत्तीसगढ़ सिख समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुखबीर सिंह सिंघोत्रा, उपाध्यक्ष बलविंदर सिंह सैनी, महामंत्री अमरजीत सिंह छाबड़ा ने देशभक्त नागरिकों से अपील की है कि वे 23 मार्च को उनके शहादत दिवस पर पीली पगड़ी या पीला साफा बांधकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करने और अपनी देशभक्ति का परिचय देने उपस्थित हो। श्रद्धा सुमन का यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक एवं शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक विशेष रूप से किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि 13 अप्रैल 1919 के जलियांवाला बाग मैं सैकड़ों निर्दोष निहत्थे लोगों को जनरल डायर ने गोलियां चलवा कर हत्या कर दी थी जिससे दुख हित होकर सरदार भगत सिंह ने नौजवान सभा की स्थापना की और केंद्रीय असेंबली में 8 अप्रैल 1929 को अंग्रेज सरकार को जगाने प्रतीकात्मक बम फेंका 17 दिसंबर 1928 को लाहौर में अंग्रेज अधिकारी जेपी सांडर्स को मारा और हंसते हंसते फांसी पर झूल गए – आजादी के लिए उनके क्रांतिकारी विचार उनकी जीवनी आदि से आज के बच्चों को अवगत कराने का काम शासन प्रशासन को करना चाहिए जिससे बच्चों में देशभक्ति की भावना जागृत हो और उनमें भी देश हित में कुछ कर गुजरने का भाव पैदा हो। छत्तीसगढ़ सिख समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुखबीर सिंह सिंघोत्रा, उपाध्यक्ष बलविंदर सिंह सैनी, महामंत्री अमरजीत सिंह छाबड़ा, इंदरवीर सिंह कोहली, कुलदीप सिंह मोंगा, सुरेंद्र सिंह हंसपाल, सुखदेव सिंह मेहरा सहित सभी सदस्यों ने देशभक्त नागरिकों से अपील की है कि शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को उनके शहादत दिवस पर पीली पगड़ी बांधकर तिलक लगाकर अपनी ओर से उपस्थित होकर श्रद्धांजलि अर्पित करें ।