कोरोना को लेकर लापरवाही नहीं बरतें, शंकराचार्य हास्पिटल में भर्ती गंभीर

मरीजों में से अधिकांश ने लक्षण उभरने के बाद टेस्ट कराने में काफी विलंब किया आपके नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में, हाटस्पाट एरिया में टेस्टिंग की सुविधा है मौजूद, लक्षण नजर आते ही टेस्टिंग कराएं, थोड़ी सी सजगता से कोरोना के गंभीर खतरे से बचा जा सकता है कलेक्टर ने की नागरिकों से अपील, मास्क जरूर लगाएं, सैनेटाइजेशन का ध्यान रखें और लक्षण उभरते ही टेस्टिंग कराएं
दुर्ग / 18 मार्च 2021/ शंकराचार्य हास्पिटल में जो कोविड को लेकर मामले आ रहे हैं उनमें से अधिकांश मामले ऐसे हैं जिनमें लक्षण उभरने के काफी देर के बाद मरीजों ने टेस्टिंग कराई। जब अस्पताल में सैचुरेशन चेक किया गया तो किसी का 80 सैचुरेशन था किसी का 85। शंकराचार्य कोविड हास्पिटल की प्रभारी नोडल अधिकारी डाॅ. सुगम सावंत ने बताया कि अभी 90 मरीज शंकराचार्य हास्पिटल में भर्ती हैं। जिनमें 5 बेहद गंभीर अवस्था में हैं। अधिकांश मरीजों ने लक्षण उभरने के बाद टेस्टिंग कराने में काफी देर की। शुरूआती समय में ही टेस्ट कराने से वायरस पर काबू पाना आसान होता है। अभी यह स्थिति है कि 78 मरीजों को आक्सीजन दी जा रही है। अस्पताल में मरीजों की देखभाल कर रहे डाॅ. बसंत ने बताया कि एक मरीज अस्पताल में ऐसी हैं जिनका आक्सीजन लेवल अभी 70 के आसपास है। जब उन्होंने टेस्ट कराया तब उनका आक्सीजन लेवल 80 था। आधे घंटे में अस्पताल पहुँचाया गया और यहाँ पर नापने पर आक्सीजन लेवल 65 आया। डाॅ. बसंत ने कहा कि विलंब किये जाने पर इस बात की आशंका होती है कि कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलने लगे। उन्हें एडमिट कराते ही उन्हें आक्सीजन देना और एंटीबायोटिक देना आरंभ किया गया। उन्होंने बताया कि यदि उन्होंने लक्षण उभरते ही इसकी जानकारी दे दी होती और टेस्ट करा लिया होता तो उनकी तबियत आसानी से सुधर जाती। डाॅ. बसंत ने कहा कि शुरुआत के दो-तीन दिन काफी महत्वपूर्ण होते हैं। इनमें टेस्टिंग करा दवा शुरू करने पर कोरोना पर प्रभावी रूप से नियंत्रण संभव हो जाता है। लक्षण दिखते ही कराएं टेस्ट, कलेक्टर ने अपील की- कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि लक्षण दिखते ही टेस्ट करायें। टेस्टिंग की सुविधा जिला अस्पताल तथा नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में हैं। इसमें किया गया थोड़ा सा विलंब भी मुश्किल बढ़ा सकता है। जिले के जिन इलाकों में ज्यादा कोरोना के मामले सामने आये हैं वहां टेस्टिंग के लिए विशेष रूप से कैंप लगाये गये हैं। इन इलाकों में रहने वाले लोग लक्षण होने पर अथवा कोरोना मरीज के कांटैक्ट में आने पर अपनी टेस्टिंग करा सकते हैं। कलेक्टर ने कहा कि घर में रहने वाले बुजुर्ग नागरिकों का विशेष रूप से ध्यान रखें। उन्हें इस तरह का लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्टिंग कराएं। बुजुर्ग नागरिकों की सेहत की देखभाल के लिए अस्पताल जरूरी है। इसलिए इनकी टेस्टिंग पाजिटिव आते ही इन्हें अस्पताल में भर्ती कराना होगा।




