छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

वार्षिक व्यवसाय योजना पर संयंत्र बिरादरी का हुआ गहन चिंतन व सारगर्भित चर्चा, Plant fraternity’s deep thinking and pithy discussion on annual business plan

निदेशक प्रभारी ने बीएसपी बिरादरी से एबीपी टारगेटस् पर किया ऑनलाइन संवाद
भिलाई / इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने वार्षिक व्यवसाय योजना 2021-22 (एबीपी टारगेटस्) पर की सारगर्भित चर्चा। गत 13 मार्च को आयोजित लार्ज ग्रुप इंटरएक्शन के डिजिटल संवाद के माध्यम से वित्त वर्ष 2021-22 के एबीपी लक्ष्यों की विस्तृत जानकारी प्रदान करने के साथ ही इसे प्राप्त करने हेतु प्रत्येक विभाग द्वारा बनाये गए रणनीति पर गंभीर चिंतन-मनन किया गया। इस संवाद सत्र में संयंत्र के 500 से अधिक अधिकारियों ने अपनी भागीदारी दी। इस महत्वपूर्ण संवाद संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता सहित संयंत्र के कार्यपालक निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ डॉ एस के इस्सर, कार्यपालक निदेशक सामग्री प्रबंधन राकेश, कार्यपालक निदेशक वक्र्स राजीव सहगल, कार्यपालक निदेशक परियोजनाएँ  ए के भट्टा, कार्यपालक निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन एस के दुबे, मुख्य महाप्रबंधक वित्त एवं लेखा बी एन अग्रवाल ने भी अपने विचार रखे। संवाद के प्रारम्भ में इस महत्वपूर्ण संवाद सत्र के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला गया। इस संवाद सत्र को संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने सम्बोधित करते हुए कहा कि दूसरी तिमाही के बाद इस्पात बाज़ार में तेजी पकड़ी है। हमने लॉकडाउन अवधि से लेेकर अबतक निरन्तर प्रगति की है और भविष्य में भी हम बेहतर करेंगे। उन्होंने माइन्स बिरादरी को बधाई देते हुए कहा कि हमारे खदान के साथियों के सहयोग से हमने हॉट मेटल उत्पादन में कीर्तिमान रचे है। हमारे एसएमएस विभागों ने संपूर्ण हॉट मेटल उत्पादन को प्रभावी ढंग से खपत करने में सफल रहे। हम आज आत्मनिर्भर भारत की जरूरतों को देखते हुए हेड हार्डनिंग रेल्स के उत्पादन की ओर अग्रसर हो रहे है। यूआरएम व एसएमएस-3 के साथ हम सभी ने मिलकर आर-260 रेल्स का उत्पादन कर इसके आपूर्ति को सुनिश्चित किया है। हमारी मॉडेक्स इकाईयों ने इस वित्त वर्ष में बेहतरीन निष्पादन किया है। हमें कोकओवन बैटरी-7 एवं 8 के संधारण कार्यों को शीघ्र पूरा करना है। उन्होंने पर्यावरणीय मुद्दों पर चर्चा करते हुए कहा कि हमने सदैव ही पर्यावरण के प्रति गंभीर प्रयासों को अंजाम दिया है। हमने कलवर-नागुर तथा दुल्की-3 माइन्स से उत्पादन प्रारंभ करने हेतु कदम उठाने के साथ-साथ खदानों में अन्य परियोजनाओं को क्रियान्वयन करने का निश्चय किया है।श्री दासगुप्ता ने मेंटेनेंस पर विशेष जोर देते हुए कहा कि हमें आने वाले वर्ष में नियमित अनुरक्षण, रिपेयर व शटडाउन को सहीं समय पर पूर्ण कर उपकरणों व स्पेयर्स की उपलब्धता को सुनिश्चित करना है। मेंटेनेंस से ही हम संयंत्र को सहीं ढंग से चला सकेंगे और इसके उत्पादकता को बनाये रखते हुए अपने टारगेटस् को पूरा करने में सफल होंगे। इसके साथ ही अनुरक्षण पर विशेष ध्यान देकर हम संयंत्र के सुरक्षा को भी बढ़ा सकेंगे। हमें उपकरणों के बेहतर रख-रखाव के साथ-साथ कार्मिकों के सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखना है। प्रत्येक कार्य में सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। हमें अपने रोजमर्रा के व्यवहार में सुरक्षा को शामिल करना है। इसी प्रकार संयंत्र के साथ-साथ सड़क पर भी हमें सुरक्षित चलना होगा। सुरक्षा के नियमों की कभी-भी अवहेलना न करें। उन्होंने आगे कहा कि हम सभी का यह लक्ष्य होना चाहिए कि वित्त वर्ष 2021-22 के लिए निर्धारित एबीपी टारगेटस् को पूरा करने के लिए पहले दिन से ही कमर कस लेना है। जिससे हम इन लक्ष्यों को सरलता से हासिल कर सकें। संवाद के दौरान इस्पात के व्यावसायिक परिदृश्य पर बीई विभाग के सहायक  महाप्रबंधक श्री पी के साहू ने, माइन्स के निष्पादन व मुद्दों पर माइन्स के महाप्रबंधक कैलाश मल्होत्रा ने तथा संयंत्र के निष्पादन व उपलब्धियों व एबीपी टारगेटस् के संदर्भ में पीपीसी के महाप्रबंधक संजय कुमार ने प्रस्तुति दी। इस संवाद में विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष तथा अधिकारीगणों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। संवाद के दौरान लोगों ने अपने सुझाव रखे तथा विभागीय रणनीति पर चर्चा कर एबीपी लक्ष्य को हासिल करने की योजना का खुलासा किया। इस संवाद में सभी कार्यपालक निदेशकगणों ने भी अपने विचार साझा किये ।

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