छत्तीसगढ़

हम मनुष्य बहुत हठेली हैं -ज्योतिष

“”हम मनुष्य बहुत हठेली हैं -ज्योतिष
हम भारतीयों को अच्छी बातें बहुत देर बार समझ में आती है तब तक हम बहुत कुछ खो चुके होते हैं स्मरण करो हम सब किसी न किसी धार्मिक संस्था से जुड़े हुए हैं कोई पतंजलि ,कोई गायत्री परिवार,कोई r.s.s. ,कोई राधास्वामी से, तो कोई ओम शांति संस्थान से जुड़ा हुआ है ऐसे न जाने हमारे देश में हजारों की संख्या में धार्मिक संस्थाओं का संचालन हो रहा है और हर व्यक्ति किसी न किसी धार्मिक संस्थाओं से जुड़ा हुआ है और सब धर्मों का मूल है “सत्य “परंतु हम इस” सत्य” को आज तक नहीं समझ पाए ।
गायत्री परिवार के विचार क्रांति को कम से कम डेढ़ सौ साल से ऊपर हो रहे हैं अच्छे विचार और यज्ञ को ले करके उनका मिशन आज पूरे विश्व स्तर पर जिनके संस्थान का संचालन हो रहा है प्रत्येक घर यज्ञ हवन होना चाहिए परंतु आज कितने घर “यज्ञ ” होता है ।
प्रजापति ब्रह्मा कुमारी संस्थान ने जी तोड़ मेहनत करके लोगों को”ध्यान” या राजयोग के बारे में सरल सहज रूप से बताया कितने लोग इस “राजयोग” को अपनाएं ।
आर ,एस एस के संस्थापक ने अनुशासन और मर्यादा को लेकर आज देश के शीर्ष शिखर पर पहुंचकर अपना झंडा लहराया परंतु आज क्या हम उनकी मर्यादा और नियमों का पालन करते हैं।
पतंजलि योग योगपीठ हरिद्वार के सौजन्य से स्वामी रामदेव जी महाराज ने आज “योग “को जन आंदोलन बनाकर विश्व स्तर पर स्थापित कर दिया परंतु क्या आज कितने लोगों ने “योग” को निरन्तर अपनाया।
खैर जो भी परंतु ध्यान रहे हमने इसका मूल्य नहीं समझा लेकिन हम किसी की बात माने या ना माने परंतु उस भगवान के सामने हम सब नतमस्तक है ।
आज उन्होंने दिखा दिया कि “कोरोना” “मांसाहार “का ही परिणाम है। अब तो देश क्या पूरा विश्व इस “मांसाहार को त्यागने लगे हैं उस ईश्वर के सामने हम इंसानों की क्याऔकात,,,,,,,,,,,,सोचो,,,,?
इसलिए देर सबेर ही सही योग और यज्ञ को जरूर अपनाये,,,

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