कथा से प्रभावित हो चार लोगों ने किया देहदान:Four people gave their lives to be influenced by the story
जामगावं आर में चल रहे श्रीमद भागवत महापुराण में कथावाचक पंडित जगदीश प्रसाद शर्मा की कथा से प्रभावित हो आज चार लोगों -पीतांबर लाल चंद्राकर,श्रीमती भारती चंद्राकर,सुश्री अदिति चंद्राकद्भ (इंजीनियर), सुश्री आकंछा चंद्राकर ने अपने देहदान की वसीयत नवदृष्टि फाउंडेशन के कुलवंत भाटिया, राज आढ़तिया, हरमन दुलाई व रितेश जैन को सौंपी,मंच से पंडित जगदीश प्रसाद शर्मा जी ने आध्यात्मिक प्रवचन के माध्यम से समझाया कि हाथी,शेर,बाघ व अन्य सभी पशु मरने के बाद भी लोगों के काम आते हैं किन्तु मानव का शरीर किसी काम नहीं आता किन्तु अब व वैज्ञानिक युग में मानव के नेत्र,शरीर व ऑर्गन दान कर आदमी भी अपने जाने के बाद समाज के काम आ सकता है,
पूर्व में देहदान की घोषणा कर चुके नारायण चंद्राकर व जिला चिकित्सालय ब्लडबैंक कर्मचारी नेमा चंद्राकर ने सभी ग्रामवासियों को देहदान हेतु प्रेरित किया,सभी देहदानियों को पंडित जगदीश प्रसाद शर्मा जी के हाथों से प्रशस्ति पत्र सौंपे गए, नारायण चन्द्रकर,मन्नूलाल चंद्राकर,पुष्पा द्रौण चंद्राकर,स्वाति पीतांबर चंद्राकर,काजल वेदप्रकाश चंद्राकर ने नव दृष्टि फाउंडेशन के सदस्यों कुलवंत भाटिया,राज आढ़तिया, हरमन दुलाई व रितेश जैन को शाल व श्रीफल दे सम्मानित किया इस अवसर पर रितेश जैन ने कहा हमने इसके पहले बहुत से अवसरों पर लोगों को जागरूक किया है किन्तु यह पहला मौका है जब श्रीमद भागवत महापुराण जैसे मंच पर अपनी बात कहने का सौभाग्य प्राप्त हुआ,हरमन दुलाई ने कहा ग्रामीण अंचल में देहदान के प्रति लोगों का जागरूक होना भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत हैं
नवदृष्टि फाउंडेशन के अनिल बल्लेवार, कुलवंत भाटिया ,राज आढ़तिया, प्रवीण तिवारी,मुकेश आढ़तिया,हरमन दुलई,प्रभु दयाल उजाला, प्रमोद बाघ, रितेश जैन,जितेंद्र हासवानी, सत्येंद्र राजपूत, गोपी रंजन दास, पियूष मालवीय, मुकेश राठी, संतोष राजपुरोहित, रवि कुकरेजा,किरण भंडारी, चेतन जैन,चन्दन मिश्रा,यतीन्द्र चावड़ा, नत्थू अग्रवाल, खुर्शीद अहमद, आकाश मसीह, अनुराग तैलंग, वीरेंद्र पाली, अभय माहेश्वरी,प्रफुल्ल जोशी,विवेक साहू , शैलेश कारिया, मनीष जोशी, प्रसाद राव, दीपक बंसल ने सभी देहदानियों को शुभकामनाएं दी