गुजराती समाज द्वारा दस जनवरी को पतंगोत्सव का आयोजन, Gujarati society organizes kite festival on January 10
भिलाई / सकल गुजराती समाज द्वारा 10 जनवरी को प्रात :9 बजे से संध्या 5 बजे तक सेक्टर 7 बीएसपी स्कूल प्रांगण में रंगारंग पतंगोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह आयेाजन इस बार नि:शुल्क है जिसमें कोई भी समाज या व्यक्ति इस पतंगोत्सव में भाग ले सकते हैं। उक्त जानकारी सकल गुजराती समाज के अध्यक्ष रजनी भाई दवे एवं गिरीश सांवरिया ने एक पत्रकारवार्ता में संयुक्त रूप से दी। इन्होंने आगे बताया कि पिछले बार दो हजार लोगों ने पतंगोत्सव में भाग लिया था। कोरोना के कारण इस बार कम से कम एक हजार से अधिक लोग भाग लेगें। इस उत्सव में भाग लेने वालों को शासन के गाईड लाईन क ेअनुसार कोविड-19 के नियमों का पुर्णत: पालन करना होगा। रजनी भाई दवे और गिरीश सांवरिया ने आगे कहा कि गुजरात में जब सूर्य उत्तरायण में धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है इसे गुजरात में अत्यधिक शुभ दिन माना जाता है जिसके कारण पूरे गुजरात में इस दिन आसमान में पतंगों की रंग बिरंगी छठा दिखाई देती है। यह केवल गुजरात में ही नही जहां-जहां गुजराती समाज के लोग है वहां वहां भी पतंगोत्सव मनाया जाता है। जिस तरह छत्तीसगढ़ की संस्कृति में नवरात्रि पर्व की धूम रहती है कुछ ऐसी स्थिति गुजरात में भी पतंग उत्सव पर सांस्कृतिक छटा दिखाई देती है। छग में भी गुजराती समाज द्वारा बड़े ही आकर्षक ढ़़ंग से पतंगोत्सव मनाना जारी है। इसी कड़ी में भिलाई में भव्य रूप से मनाने का निश्चय किया गया है। इस अवसर पर दुर्ग भिलाई के गुजराती समाज द्वारा फेस्टिव फुड की भी व्यवस्था की गई है जिसमें गाठिया, ढोकला, फाफड़ा एवं उधिया की सब्जी का डिस आकर्षण का केन्द्र होगा। इसके अतिरिक्त जलेबी, कचौड़ी, समोसा भी स्टाल में उपलब्ध रहेगा। पतंगोत्सव में गुजरात एवं छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति का मिला जुला संगम दिखाई देखा। पतंगोत्सव मेें रायपुर, धमतरी, कांकेर, दल्लीराजहरा, बालोद के प्रतिभागी भाग लेंगे तथा विजयी प्रतिभागी पुरस्कृत भी किए जाएंगे। पत्रकारवार्ता में रजेश राजा, एमके वड़े, दीपक पटेल, गिरिषभाई सावरिया, लक्ष्मी नारायण विश्वा आदि उपस्थित थे ।