छत्तीसगढ़

गिरधारी कांपा की वैद माता चित्ररेखा दाई आयुर्वेदि से करतें हैं सैकड़ों रोगों का इलाज।

गिरधारी कांपा की वैद माता चित्ररेखा दाई आयुर्वेदि से करतें हैं सैकड़ों रोगों का इलाज।

:-छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले से 35 किलोमीटर दूर कुंडा से आठ किलोमीटर के पास एक गिरधारी कांपा गांव हैं। जहां आयुर्वेदिक से कीई रोगों की उपचार
करती हैं ।चित्रलेखा दाई को उस क्षेत्र के लोग बहुत ही इज्जत सम्मान देते हैं। कुंडा क्षेत्र के ऐसे कोई गांव नहीं जहां के लोग इलाज के लिए नहीं आते हैं। चित्ररेखा दाई ,सुगर के, बवासीर के,वातके,पिलियाके, पेट के, गांठों के, और कुत्ता काटने काटने पर विशेष दवा देते हैं। सिर्फ एक नारियल फल में बड़े अजिब बात है। दवा खुद तोड़ कर लाती गांव से जंगल से चुन-चुन कर लाती हैं ,चित्रलेखा दाई बताते हैं ।कि मेरी शादी भी नहीं हुआ था ,तब से मुझे आयुर्वेदिक से बहुत लगाव था ।फुल पतों को सुघा करती थी और अच्छी बुरी खुशबू की पहचान होते गया ,और गांव के बुजुर्गो की आशिर्वाद प्राप्त हुआ ।फिर क्या है थोड़ा बहुत जानने समझने लगा और निस्वार्थी होकर मानवजन का उपचार करते गया और आज भी वही मानव जीवन को रोगों से बचाने के लिए एक पैर में खड़ी रहती है। लेकिन आज तक किसी ने चित्रलेखा दाई की सम्मान के लिए कोई सामने नहीं आया सायद मानव समाज अभी तक सोया हुआ है ।फिर भी चित्रलेखा दाई किसी के सामने हाथ नहीं फैलाया, और फैलाया तो बस उस परमात्मा के सामने। चित्रलेखा दाई का चार बेटा है एक बेटी सभी बच्चे बड़े हो गए हैं। सभी की शादी हो गया है। उनके सबसे लाडले बेटा राष्ट्रीय पेन्टिग अवार्ड् विजेता है और आयुर्वेदाचार्य भी है

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