छत्तीसगढ़

पशुपालन व्यवसाय से आर्थिक रूप से मजबूत हुए संजय,

पशुपालन व्यवसाय से आर्थिक रूप से मजबूत हुए संजय,

डेयरी ब्यावसाय से प्रतिमाह कमा रहे हैं 35 हज़ार रूपए,
अजय शर्मा सबका संदेश

जांजगीर-चांपा, 12 दिसंबर 2020/ जिले के विकास खंड नवागढ़ के ग्राम धुरकोट निवासी 32 वर्षीय युवा किसान श्री संजय राठौर ने अपने परिश्रम और लगन के साथ सरकार की डेयरी उद्यमिता विकास योजना की बदौलत आर्थिक रूप से मजबूत हुए हैं। उन्होंने एक सफल व्यवसायी के रूप में अपनी पहचान बनायी है। डेयरी से प्रतिदिन 150 लीटर दूध उत्पादन होता है। जिससे माह में 35 हजार रूपए से अधिक की आमदनी हो रही है। इसके अलावा करीब 60 किलो गोबर प्रतिदिन प्राप्त होता है, जिसे वे खेती के लिए खाद स्वयं तैयार करते हैं।
पशुधन विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री संजय ने आधुनिक खेती और पशुपालन के नए तरीके को अपनाया है। दूध व्यवसाय के लिए उच्च नस्ल की 20 गाय व 20 छोटे मवेशी हैं। मवेशियों की अनुमानित लागत करीब 13 लाख रूपए से अधिक है। इसके अलावा 10 एकड़ खेत में कृषि भी करते हैं। डेयरी उद्यमिता विकास योजना के तहत संजय ने दूध उत्पादन का व्यवसाय वर्ष 2017 में करीब 12 लाख रूपए की लागत से प्रारंभ किया। जिसमें सरकार द्वारा 06 लाख रूपए का अनुदान प्राप्त हुआ। शुरूआत में 10 उन्नत नस्ल की गाएं थीं। पशुधन विकास विभाग की योजना के तहत कृत्रिम गर्भाधान और टीकाकरण नियमित रूप से किया गया। श्री संजय ने कहा कि पशुपालन और कृषि दोनो एक दूसरे के पूरक है। गोबर खाद मिलने से धान उत्पादन में वृद्धि हुई है। उन्होंने राज्य सरकार की सुराजी गांव योजना नरवा, गरवा, घुरवा व बारी योजना को किसान हितैषी बताया और उसकी तारीफ की ।

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