नवा रायपुर में उद्योग के बाद सबसे सस्ती जमीन हॉस्पिटल के लिए, लेकिन संस्थाओं ने ‘फ्रीÓ में मांगी
रायपुर. नवा रायपुर में उद्योग के बाद सबसे सस्ती जमीन हॉस्पिटल के लिए आरक्षित की गई हैं, लेकिन नवा रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) के पास अभी ऐसे कई प्रपोजल आ रहे हैं, जिसमें हॉस्पिटल, स्कूल, कॉलेज की संस्थाओं ने टोकन मनी में जमीन देने की मांग रखी है, यानि 1 रुपए प्रति वर्गफीट या काफी कम कीमत में जमीन आवंटन का प्रस्ताव भेजा गया है। इन संस्थाओं का कहना है कि यदि टोकन मनी में जमीन मिले तो नवा रायपुर में हॉस्पिटल, स्कूल-कालेज के निर्माण पर विचार किया जाएगा। हालांकि एनआरडीए ने इस प्रस्ताव को पूरी तरह से किनारे कर दिया है।
इस मामले में नवा रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) ने निजी संस्थाओं को साफ मना कर दिया है। एनआरडीए ने निजी संस्थाओं के प्रपोजल पर कहा है कि नवा रायपुर में अलग-अलग सेक्टरों में जमीन तैयार करने में करोड़ों रुपए खर्च करने पड़े हैं। ऐसे में सस्ते दर पर जमीन के लिए फिलहाल कोई योजना नहीं बनाई गई है। नवा रायपुर में वर्तमान में हॉस्पिटल, स्कूल, कॉलेज के लिए आवेदन पहुंचा है। एनआरडीए का कहना है कि जमीनों की कीमतें पहले से काफी कम कर दी गई है। नवा रायपुर में वल्र्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हैं, जिसमें काफी कम कीमतों में विकसित जमीनें दी जा रही है।
उद्योगों के लिए 50 फीसदी कम हुए दाम
औद्योगिक उपयोग के लिए एनआरडीए ने जमीनों की कीमतों में 50 फीसदी तक की कमी कर दी है, जिसके बाद कीमतें 390 रुपए प्रति वर्गफीट से घटकर 195 रुपए तक पहुंच चुकी है। अधिकारियों के मुताबिक औद्योगिक प्रयोजनों की जमीनों की कीमतों में रियायत के बाद पूछपरख बढ़ी है।
जमीनें बिक रहीं, लेकिन निर्माण में लेटलतीफी
जमीनों की बिक्री के मामले में एनआरडीए के अधिकारियों का कहना है कि जमीनें बिक रही है, लेकिन निर्माण में लेटलतीफी देखी जा रही है। जिन संस्थाओं ने जमीनें ली है, उन्हें निर्माण के लिए नोटिस भी भेजा जा चुका है। नियमों के मुताबिक जमीन लेने के बाद पेनाल्टी से बचने के लिए 5 वर्ष के भीतर निर्माण आवश्यक है।
जमीन की कीमत
क्रं जमीन कीमत
1. आवासीय 1150 से 1500 रुपए वर्गफीट
2. व्यावसायिक 1000 से 1800 रुपए (2 एकड़ से कम)
3. हॉस्पिटल 230 रुपए वर्गफीट
4. स्कूल-कॉलेज 345 रुपए वर्गफीट
5. आमोद-प्रमोद 330 रुपए प्रति वर्गफीट (2 से 20 एकड़)
6. सार्वजनिक-अर्धसार्वजनिक 376 रुपए प्रति वर्गफीट (2 से 20 एकड़)
7. उद्योग 195 रुपए प्रति वर्गफीट
30 साल के लीज होल्ड पर जमीनें
नवा रायपुर में 30 साल के लीज होल्ड पर जमीनें दी जा रही है। इसके साथ ही 2 फीसदी वार्षिक भू-भाटक के हिसाब से किराया देना पड़ेगा। अधिकारियों ने बताया कि नवा रायपुर में फ्री होल्ड का विकल्प नहीं है। लीज होल्ड जमीनों की बिक्री की जा रही है। फ्री होल्ड के लिए नियमों व शर्तों के मुताबिक 10 वर्ष का भू-भाटक जमा करना पड़ेगा।
नवा रायपुर विकास प्राधिकरण के सीईओ अय्याज तांबोली ने बताया कि नवा रायपुर में उद्योगों के बाद हॉस्पिटल के लिए सबसे सस्ती जमीनें हैं। टोकन मनी में जमीन देने के प्रपोजल के मामले मेेंं फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है।