छत्तीसगढ़

मोटर चलित ट्रायसिकल पाकर निःशक्तजन का बढ़ा हौसला : गांव में घुम-घुमकर जयकुमार बेचेगा चना-मुर्रा

जिले के पलारी विकासखण्ड के ग्राम अमेरा निवासी निःशक्त जयकुमार यादव कल से गांव मेंघुम घुमकर चना-मुर्रा बेचने का काम करेगा। अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस के मौके पर राज्य सरकार के समाज कल्याण विभाग की ओर से निःशुल्क मोटर चलित ट्रायसिकल मिलने से उसका हौसला बढ़ा है। जिला कलेक्टर श्री सुनील जैन के हाथों मोटर चलित तिपहिया वाहन पाकर जयकुमार की खुशी का ठिकाना नहीं हैं। जय कुमार ने कार्यक्रम स्थल पर ही ट्राइसिकल चलाकर कलेक्टर को दिखाया और उन्हें साधुवाद दिया। श्री यादव ने बताया कि उसका एक पैर पूरी तरह से नहीं है। वर्ष 2004 में एक सड़क दुर्घटना में एक पैर खोना पड़ा। उसे हस्त चलित ट्राइसायकिल मिली थी। लेकिन  उम्र के चलते शरीर में ताकत नहीं रहने के कारण इसका समुचित उपयोग नहीं कर पा रहा था। वह अपने घर के सामने छोटा सा ठेला सजाकर चना, मुर्रा, चॉकलेट आदि बेचा करता था। इससे ग्राहकी नहीं मिलती थी। उसकी इच्छा थी कि मोटर युक्त ट्रायसाइकिल मिल जाए तो गांव में घुम-घुम कर सामान बेचेगा तो ज्यादा आमदनी होगी। लेकिन स्वयं होकर इतनी महंगी वाहन खरीदने में सक्षम नहीं था।वह भूमिहीन मजदूर श्रेणी का है। उनके परिवार में खेती-बाड़ी कुछ सम्पति नहीं है। लेकिन राज्य सरकार का समाज कल्याण विभाग उनके सहयोग के लिए सामने आया और लगभग 80 हजार रूपये की मोटर युक्त ट्रायसायकिल उन्हें निःशुल्क प्रदान किए। इस प्रकार जयकुमार निःशक्तता के बावजूद अपने परिवार को सहयोग करने में सक्षम हो गया है।

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