कोण्डागांव विधानसभा से पिछले तीन दशक से क्षेत्र में हर विधायक दो दफे जीता और मंत्री बना
![](https://sabkasandesh.com/wp-content/uploads/2023/02/SABKA-SANDESHpng-1-300x77-1.png)
कोण्डागांव- विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के साथ ही जहॉ कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है। वहीं कोण्डागांव में पिछले तीन दशकों से चली आ रही मंत्री बनने की परिपाटी बरकरार रहती है या नहीं। यही बात अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ हैं। कोई कांग्रेसी विधायक मोहन मरकाम को मंत्री के दावेदारों में शामिल कर रहा है तो कोई उन्हें अब कुछ समय तक क्षेत्र में ध्यान देने के बाद यह दायित्व दिए जाने की बात आपस में कर रहे हैं। हालांकि अब मंत्रीमंडल के गठन के साथ ही ज्ञात हो जाएगा कि, कोण्डागांव विधानसभा की चली आ रही परिपाटी बरकरार रह पाती है कि यह इसमें पूर्ण विराम लग जाएगा। हांलाकि विधानसभा के ज्यादा लोग विधायक मोहन को मंत्री बने देखना चाहते हैं।
एक नजर निर्वाचित होने वाले विधायको पर-
दराअसल अविभाजित मध्यप्रदेश के समय 1993 व 1998 में कोण्डागांव विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 149 से कांग्रेस की टिकट पर जीतकर विधानसभा तक पहुंचे तत्कालीन विधायक शंकर सोढ़ी को दोनों दफे मंत्री पद से नवाजा गया। वहीं राज्य निर्माण के बाद पहली दफे वर्ष 2003 में हुए विधानसभा चुनाव में इलाके में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी रणनीति बदलते हुए नए चेहरे के रूप में लता उसेंड़ी को अपनी पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया और वे इस चुनाव में विजय रही इसके उन्हें दुबारा वर्ष 2008 के चुनाव में भी विजयश्री मिली और लता उसेंडी को दोनों दफे मंत्री पद से नवाजा गया था। हांलाकि वर्ष 2013 में हुए चुनाव के दौरान लता उसेंडी अपने विपक्षी कांग्रेस के मोहन मरकाम से नहीं जीत पाई और मोहन मरकाम को विजयश्री हाथ तो लगी पर। राज्य में उनकी पार्टी की सत्ता नहीं आने से वे कहीं न कही मंत्री पद पाने से चूक गए थे। लेकिन इस बार उनकी पार्टी पूर्ण बहूमत के साथ राज्य में अपनी सरकार बनाने जा रही हैं। तो लोगों को उम्मीद भी ज्यादा है कि, उत्कृष्ट विधायक का तमगा पा चूके मोहन मरकाम को मंत्रीमंडल में शामिल किया जाएगा।
सबका संदेश ब्यूरो, कोंडागांव 9425598008