Kondagaon_ धनोरा मे हुई बलात्कार कि घटना पर भाजपा ने प्रदर्शन कर, सरकार से मांगा इस्तीफा

कोण्डागाँव 09 अक्टूबर। कोंडागांव जिला अंतर्गत आने वाले धनोरा थाना क्षेत्र में एक आदिवासी युवती के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ जिसे न्याय नही मिलने पर उसने आत्महत्या कर ली। और फिर युवती के पिता ने भी जहर खाकर जान देने की कोशिश की क्योंकि पुलिस के द्वारा 2 महीने बीत जाने के बाद भी इस घटना को अंजाम देने वाले युवको को गिरफ्तार नहीं किया गया था। हालांकि अब दुष्कर्म करने वाले 7 आरोपियों में से 5 पुलिस के गिरफ्त में है और 2 आरोपी अभी भी फरार हैं, और इस घटना में कार्यवाही में विलंब करने वाले तत्कालीन थाना प्रभारी को भी निलंबित कर दिया गया है।
युवती के साथ हुए घिनौनी घटना पर आज भारतीय जनता पार्टी के द्वारा उस पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए एक दिवसीय धरना का प्रदर्शन किया गया जिसमें उपस्तिथ कांकेर लोकसभा के सांसद मोहन मंडावी, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत, जिला अध्यक्ष दीपेश अरोरा, नपा अध्यक्ष श्रीमती हेमकुंवर पटेल, उपाध्यक्ष मुख्य रुप से शामिल रहे।
सांसद मोहन मंडावी ने अपने सम्बोधन में छत्तीसगढ़ में हो रहे महिलाओं पे अत्याचार भूपेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में जो यहाँ की बेटियों के साथ जो अत्याचार हो रहा है उस पर भूपेश सरकार मौन है जबकि हाथरस पर की घटना पर छत्तीसगढ़ में उनके द्वारा मौन सत्याग्रह रखा गया और यहाँ की बेटियों के लिए चुप्पी साधे हुए है मोहन मंडावी जी ने मांग की है पीड़ित परिवारों को 20 लाख रुपये मुवायज साथ ही नोकरी दिया जाये और इस मामले में संबंधित जिम्मेदार अधिकारीयों पर कार्यवाही करते हुए केंद्र से सीबीआई जांच की मांग की जाएगी।
महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती शालिनी राजपूत ने अपने संबोधन में कहा कि कोण्डागाँव की बेटियों के साथ एक सप्ताह में बलात्कार के दो मामले सामने आए है और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम यहाँ के विधायक होते हुए भी चुप्पी साधे हुए है और उन्होंने कहा कि अगर मोहन मरकाम और भूपेश बघेल यहाँ की बेटियों को न्याय नही दिला सकते तो तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे दे। इन बेटियों को न्याय नही मिला तो पूरे प्रदेश की महिला मोर्चा सड़क पर उतरेगी।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेण्डी ने अपने संबोधन में कहा की इन दो सालों में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही छत्तीसगढ़ अन्याय का गढ़ बन चुका है, लगातार बेटियों पर अत्याचार हो रहा है और अन्याय हो रहा है। इन मामलों पर भूपेश सरकार व प्रदेश अध्यक्ष चुप्पी साधे हुए है अगर इन बेटियों को न्याय नहीं दिला सकते तो अपने पद से इस्तीफा दे। हम सभी ने देखा है कि दूसरे प्रदेश के मामले को लेकर पूरे प्रदेश में मौन सत्याग्रह रखा गया, लेकिन गृहगांव की बेटी के लिए प्रदेश अध्यक्ष श्रधांजलि भी अर्पित नही कर पायें।
आपको बता दे कि इस मामले सांसद मोहन मंडावी और भाजपा की टीम पीड़ित परिवार से मिलने जाना चाहते थे लेकिन इस सरकार के द्वारा पुलिस विभाग को भेजकर रोका गया जो कि एक संसय की स्थिति दर्शाती है। इस धरना प्रदर्शन दौरान केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान एवं मृत पीड़िता को श्रधांजलि दी गई और अंत मे राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
धरना प्रदर्शन में जिला महामंत्री प्रेमसिंह नाग, तरुन साना, जितेंद्र सुराना, जसकेतु उसेण्डी, जैनेन्द्र ठाकुर, बालसिंह बघेल, खेमचन्द नेताम, झाड़ी राम सलाम, रेश्मा दिवान, इना, श्याम नेताम, रीता शुक्ला, सोनामणी, मीनू कोर्राम, राम कुमार कोर्राम, लक्ष्मीनाथ, आकाश मेहता, वर्षा यादव, बबीता मरकाम, अनिता नेताम, संगीता चक्रधारी, तेज, ललित, हितेश, टिकेश्वर, शुखराम, दयाराम पटेल, कुबेर, संतोष, विमान, विश्वपति, गन्नू, भरत, वुश्वजित, बंटी नाग, संतोष पात्र, संजू पोयाम, भानु, रौशन, लुभा सिंह नाग, घस्सु कश्यप, विक्की पटेल, आशा, विजय, विनायराज एवं अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।