छत्तीसगढ़

संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को नोटिस के बजाय नियमितीकरण का आदेश जारी करे सरकार – अमित

संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को नोटिस के बजाय नियमितीकरण का आदेश जारी करे सरकार – अमित

सत्ता में आने के 10 दिन के अंदर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को नियमितीकरण करने टी एस बाबा ने किया था घोषणा।

अब 24 घण्टे के अंदर काम में वापस नहीं आने पर कानूनी कार्यवाही करने का किया जा रहा है घोषणा।

वादा निभाते, तो कोरोनाकाल में संविदा स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल में नहीं जाते।

सरकार की वादा खिलाफी कारण कोरोना काल मे हड़ताल की स्थिति हुई निर्मित, स्वास्थ्य व्यवस्था ठप्प सरकार जिम्मेदार – अमित

रायपुर, छत्तीसगढ़, दिनांक 20 सितंबर 2020। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष श्री अमित जोगी ने कहा भयंकर कोरोनाकाल मे प्रदेश के हजारों संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल में चले जाने से स्वास्थ्य सुविधा ठप्प हो रही है जो कि अत्यंत चिंता जनक है क्योंकि यही स्वास्थ्य कर्मी/कोरोना योद्धा विपरीत समय में बीते 6 माह से कोरोना से लड़ते हुए लोगो की जीवन बचाते रहे है। ऐसे में उन्हें कार्य पर वापस नहीं आने पर बर्खास्त करने और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कानूनी कार्यवाही करने के नोटिस जारी किया जा रहा जो कि तुगलकी फरमान है और कर्मचारी विरोधी निर्णय है ।

अमित जोगी ने कहा विपक्ष में रहते हुए काँग्रेस के नेता और वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री श्री टी एस बाबा जी ने नियमतिकरण के लिए आंदोलित एनएचएम संघ के मंच में जाकर सरकार बनने के 10 दिन के अंदर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को नियमितीकरण करने का वादा किया था। आज सरकार बने 19 माह हो गए संविदा कर्मचारियों की मांगों को सरकार ने पूरा नहीं किया बल्कि आन्दोलरत कर्मचारियों को 24 घण्टे के अंदर काम मे नहीं लौटने पर उन्हें बर्खास्त करने और उनके विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कानूनी कार्यवाही करने की धमकी दी जा रही है जो कि इनके साथ घोर अन्याय और अत्यचार है ।

अमित जोगी ने कहा सरकार में यदि थोड़ी सी भी नैतिकता है तो हड़ताल में गए बीते 6 माह से कोरोना से लड़ने वाले इन कोरोना योद्धाओं को नोटिस के बजाय नियमितीकरण का आदेश जारी कर इनका सम्मान करें
भगवानू नायक
प्रदेश प्रवक्ता
जेसीसी (जे)
(ज्योतिष कुमार सबका संदेश डॉट कॉम)

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