व्यय प्रेक्षकों ने दिए चुनाव समितियों व अधिकारियों को दिशा निर्देश
दुर्ग। लोकसभा चुनाव के तहत व्यय प्रेक्षक सिधा लिंगेश व अमोल मधुकर केल ने निर्वाचन के लिए बनी विभिन्न समितियों को उनके दायित्वों की जानकारी दी। कलेक्टोरेट सभागार में आयोजित बैठक में व्यय प्रेक्षकों ने कहा कि निर्वाचन की सफलता इसके लिए बनी समितियों की सजग मानीटरिंग पर निर्भर करती है। समितियां जितनी सजगता, निष्पक्षता और पारदर्शिता से कार्य करेंगी, निर्वाचन को सफल बनाने में उतनी ही मदद मिलेगी। बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी अंकित आनंद ने विस्तार से विभिन्न समितियों द्वारा अब तक किए गए कार्यों की जानकारी दी एवं विधानसभा निर्वाचन के इनके अनुभवों को साझा किया।
कलेक्टर आनंद ने बताया कि पूर्व में विधानसभा निर्वाचन के दौरान इन समितियों ने बहुत अच्छा कार्य किया है और इनके अनुभव का लाभ इस बार भी मिलेगा। सभी समितियों के सदस्यों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है और इनकी बैठक भी बुलाई गई है। बैठक में इनसे फीडबैक भी लिए गए हैं और इसके अनुसार इस बार और भी बेहतर व्यवस्था तैयार की गई है। व्यय प्रेक्षकों ने बताया कि व्यय की गणना नामिनेशन की तिथि से ही आरंभ होगी। इसके लिए वीडियो निगरानी टीम की अहम भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि वीडियो निगरानी दल यह सुनिश्चित करें कि सभा-रैली के दौरान प्रत्याशी द्वारा किए जाने वाले व्यय के बेहतर फूटेज हों जिससे वीडियो निगरानी दल को भी आसानी हो सके। आचार संहिता के उल्लंघन पर विशेष नजर रखे।
उडऩदस्ता टीम को निर्देश, मर्यादित आचरण के साथ प्रभावी रूप से करें काम
व्यय प्रेक्षकों ने कहा कि निर्वाचन के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन पर नजर रखने में उडऩदस्ता टीम एवं स्थैतिक निगरानी दल की बड़ी भूमिका होती है। चेकिंग के दौरान मर्यादित आचरण के साथ प्रभावी रूप से अपना कार्य करें। इसके लिए आयोग ने नगदी की आवाजाही की सीमा तय की है। पचास हजार रुपए से अधिक के नगदी की आवाजाही पर नजर रखें। यदि राजनीतिक खर्च की आशंका लगती है तो कार्रवाई की दिशा में आगे बढ़े। दस लाख रुपए से अधिक की रकम पर इनकम टैक्स को सूचित करें। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि महिलाओं की जांच महिला कर्मी ही करें। चूंकि इन दलों में पुलिस के अधिकारी भी शामिल हैं अतएव एफआईआर दर्ज कराने की स्थिति में दल के पुलिस सदस्य ही एफआईआर करेंगे।
सी-विजिल पर आये आवेदनों पर त्वरित करें कार्य
व्यय प्रेक्षकों ने कहा कि आयोग द्वारा आचार संहिता की मानीटरिंग के लिए सी-विजिल के रूप में महत्वपूर्ण एप की सुविधा दी है। सी-विजिल पर आई शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करें। अपर कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने बताया कि विधानसभा निर्वाचन के दौरान 110 शिकायतें सी-विजिल पर प्राप्त हुई जिनका निर्धारित अवधि में निराकरण किया गया। आब्जर्वर ने निर्वाचन के लिए बनाई विभिन्न समितियों का निरीक्षण भी किया। उन्होंने इन समितियों के नोडल अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।