छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

माना आभार ,धन्यवाद देने ठेका श्रमिक पहुंचे सांसद निवास

भिलाई । भिलाई इस्पात संयंत्र के ठेका श्रमिकों के सेवानिवृत्ति की आयु 58 से बढ़ाकर 60 साल  किए जाने पर दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय बघेल को बधाइयां देने का सिलसिला जारी है.  विभिन्न श्रमिक संगठनों के लोगों ने उनसे आज उनके सेक्टर 5 स्थित निवास पर मुलाकात कर ठेका श्रमिकों के सेवानिवृत्त आयु में वृद्धि किए जाने के लिए उनके प्रति आभार जताया है तथा धन्यवाद दिया।

भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्यरत ठेका श्रमिकों के रिटायरमेंट की आयु सीमा 58 वर्ष थी। जिसे नियमित कर्मचारियों की तरह बढ़ाकर 60 साल करने की मांग ठेका श्रमिकों के द्वारा लंबे समय से की जा रही थी. विभिन्न श्रमिक संघ भी ठेका श्रमिकों की इस मांग को लेकर संघर्ष कर रहे थे जिसमें बीएसपी वर्कर्स यूनियन की महत्वपूर्ण भूमिका रही है.

सांसद विजय बघेल ने भी इस मामले का पता चलने के बाद ठेका श्रमिकों की मांग को जायज बताते हुए उसे पूर्ण  कराने के लिए उचित स्तर पर बातचीत शुरू की. इसके पहले उनके  प्रयासों के उपरांत  सर्वप्रथम भिलाई स्पात संयंत्र में कार्यरत एच एस एल टी ठेका श्रमिकों की रिटायरमेंट आयु 58 वर्ष से 60 वर्ष हो सकी.। सांसद श्री विजय बघेल के लगातार प्रयासों से भिलाई स्पात संयंत्र प्रबंधन को अपने नियमित कर्मचारियों की तरह ठेका श्रमिकों की भी रिटायरमेंट आयु सीमा 58 वर्ष से 60 वर्ष करनी पड़ी ।

रिटायरमेंट आयु सीमा 58 वर्ष से 60 वर्ष होने से श्रमिकों को 2 वर्ष ज्यादा काम करने का अवसर मिलेगा। लॉक डाउन होने के कारण कुछ श्रमिक एवं श्रम संगठन सांसद विजय बघेल को धन्यवाद देने नहीं पहुंच पा रहे थे।  लॉकडाउन समाप्त होते ही कई श्रम संगठन और इस्पात संयंत्र में कार्यरत श्रमिकों ने आकर सांसद विजय बघेल  को उनके निवास में धन्यवाद दिया। इस अवसर पर श्रमिक नेता प्रभुनाथ मिश्रा भी उपस्थित थे। श्रमिक नेता प्रभुनाथ मिश्रा ने कहा कि  जब से विजय बघेल सांसद के रूप में दुर्ग जिला का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं तब से वे लगातार भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्यरत ठेका श्रमिकों एवं अन्य उद्योगों में कार्यरत ठेका श्रमिकों के समस्याओं के निवारण करने की दिशा में प्रयास कर रहे हैं। तथा सांसद के प्रयास से ही ठेका श्रमिकों के बरसों से लटकी हुई कई समस्याओं का निवारण हो पाया है। ठेका श्रमिकों की आयु सीमा 58 वर्ष से बढ़ाकर 60 वर्ष करना एक ऐतिहासिक कदम है।

इस अवसर पर सांसद विजय बघेल ने  सभी ठेका श्रमिकों को और उनके  श्रम संगठनों को आश्वस्त किया कि एक सांसद होने के नाते मेरे द्वारा श्रमिक हित में लगातार सार्थक प्रयास किया जाएगा । सांसद ने आगे कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार लगातार श्रमिकों के न्याय दिलाने की दिशा में प्रयास कर रहा है तथा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रमिकों को उनके पीएफ राशि प्राप्त करने में सरलीकरण किया है। पेंशन योजना में सुधार कर पेंशन की राशि बढाई है तथा श्रमिकों कि  अन्य मूलभूत समस्याओं को दूर करने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है और बहुत जल्द  कानून लाने जा रही है जिससे श्रमिकों को न्याय मिलने में कोई बाधा ना पहुंचे।

अंत में श्रमिक नेता अखिलेश्वर राव ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विजय बघेल  के सांसद बनने के उपरांत इस्पात संयंत्र में कार्यरत हजारों ठेका श्रमिकों को न्याय मिल रहा है और सांसद जी लगातार हर समय को न्याय दिलाने की दिशा में प्रयास कर रहे हैं। रिटायरमेंट आयु सीमा 58 वर्ष से बढ़ाकर 60 वर्ष करना है कि ऐतिहासिक कदम हैं। अखिलेश्वर राव ने यह भी कहा कि ठेका श्रमिकों के सेवानिवृत्ति की आयु में वृद्धि के लिए कुछ लोग झूठी वाहवाही बटोरने की कोशिश में लग गए हैं जिन्होंने श्रमिकों के हित के लिए कभी कुछ नहीं किया है. ठेका श्रमिकों का ऐसे लोगों से कोई लेना देना नहीं है. सांसद विजय बघेल के प्रयासों से ही यह बड़ा काम साकार हो सका है. सांसद  लगातार प्रयास नहीं करते तो ठेका श्रमिकों के साथ अन्याय और शोषण अभी भी जारी रहता . इसके पहले इस और कभी किसी ने ध्यान नहीं दिया और अब बड़ा श्रमिक नेता बनने की कोशिश में लग गए हैं।

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