छत्तीसगढ़

बहते हुए वर्षा जल को रोककर खेतो में सिंचाई हेतु उपयोग करे। मौसम पूर्वानुमान

अल्प वर्षा को देखते हुए किसानो को सामयिक सलाह कांकेर जिला में अल्प वर्षा की स्थिति को देखते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक बीरबल साहू द्वारा जिले के किसानों को सलाह दी गई है कि यदि धान की फसल कम वर्षा से नष्ट होने की स्थिति में हो, तो उसके स्थान पर कम अवधि वाले दलहन, तिलहन आदि फसल का चुनाव कर बचे हुए वर्षा ऋतु की बारिश का उपयोग करते हुए हानि से बच सकते हैं। उन्होंने वर्षा के लम्बे अन्तराल को देखते हुए किसानो को सलाह दी है कि सब्जियों के फसल में पैरा मल्चिंग का उपयोग कर नमी को संरक्षित किया जावे। अल्प वर्षा वाले क्षेत्र में धान में कटुआ इल्ली का प्रकोप दिखाई देने पर डाईक्लोरोवाश एक मिली लीटर प्रति लीटर पानी में घोलकर छिडकाव करें, इस प्रकार एक एकड़ में 200 मिली लीटर दवा का छिडकाव किया जावे। वर्षा के समय सड़को या नालो में बहते हुए वर्षा जल को रोककर खेतो में सिंचाई हेतु उपयोग करे।
मौसम पूर्वानुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग तथा कृषि विज्ञान केंद्र कांकेर द्वारा जारी मध्यम अवधि के पूर्वानुमान के अनुसार, कांकेर जिले में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है, अगले 5 दिन आसमान में बादल छाए रहेंगे अधिकतम तापमान 30.0-33.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान तापमान 24.0-26.0 डिग्री सेल्सियस, सुबह की हवा में 90-95 प्रतिशत आर्द्रता और शाम की हवा में 60-75 प्रतिशत आर्द्रता के साथ आने वाले दिनों में हवा 6.0-8.0 किमी प्रति घंटा की गति के साथ दक्षिण पश्चिम दिशाओं से चलने की संभावना है।

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