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हरेली पर्व पर कांकेर जिले के 197 गौठानो में होगी

हरेली पर्व पर कांकेर जिले के 197 गौठानो में होगी
गोधन न्याय योजना की शुरूवात
कांकेर हरेली तिहार के दिन 20 जुलाई को जिले के 197 गौठानो में ‘‘गोधन न्याय योजना’’ प्रारम्भ किया जायेगा। जिसके तहत् गौठान में गोबर क्रय करते हुए संग्रहित गोबर से वर्मी कम्पोस्ट एवं

 

 

अन्य उत्पाद तैयार किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना के अंतर्गत कांकेर जिले में प्रथम एंव द्वितीय चरण में कुल 197 गौठान का निर्माण किया गया है। जिले के कलेक्टर के.एल.चौहान ने सभी जनपद सीईओ को 20 जुलाई हरेली त्यौहार के दिन गौठानो में ‘‘गोधन न्याय योजना’’ शुरू करने के निर्देश दिये हैं। इसके लिए सभी गौठानो में गोबर क्रय करने हेतु वेंविंग मशीन, पशुपालको के लिए पशुपालक पंजी और गोबर क्रय पंजी का संधारण करने निर्देशित किया गया है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. संजय कन्नौजे ने बताया कि 20 जुलाई को जिले के 197 गौठानो में गोबर क्रय किया जायेगा, जिसका भुगतान पशुपालको को प्रत्येक 15 दिवस के भीतर किया जायेगा। किसानो व चरवाहे से 02 रूपये प्रति किलो से गोबर की खरीदी होगी, इसे 08 रूपये में स्व-सहायता समूह की महिलाओ के द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाकर बेचा जायेगा। वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिये गौठानो में प्रति वर्मी टांका 20 हजार के मान से 05-05 वर्मी टांका बनाया जायेगा ताकि खरीदे गये गोबर को उसमें डालकर वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाया जा सके। गौठानो में उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट खाद की गुणवत्ता का परीक्षण एवं पैकेजिंग इत्यादि निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप कृषि विभाग के देख-रेख में स्व-सहायता समूह की महिलायें करेगी। गोधन न्याय योजना के प्रभावी क्रियान्वयन एवं निगरानी करने हेतु जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति गठित की गई है, उक्त समिति में जिला पंचायत सीईओ, वनमण्डलाधिकारी, उपसंचालक कृषि, उप पंजीयक सहकारिता आदि सदस्य होगे।
जिला पंचायत के सीईओं डॉ. कन्नौजे ने सभी जनपद सीईओ को निर्देशित किया कि गोबर की गुणवत्ता हाथ से उठाये जाने लायक अर्द्धठोस प्रकृति की होगी, गोबर में कांच, मिट्टी, प्लास्टिक इत्यादि नहीं होना चाहिए। खरीदे गये गोबर को गौठान के सीपीटी में 15-20 दिन रखने के बाद वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने उपयोग में लाया जा सकेगा। सीईओ डॉ संजय कन्नौजे ने बताया कि कलेक्टर कांकेर श्री के.एल. चौहान के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में गौठानो में कृषि विभाग व कृषि अनुसन्धान केन्द्र के माध्यम से ग्राम गौठान समिति व स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि हरेली तिहार के दिन 20 जुलाई को 197 गौठानो में ‘‘गोधन न्याय योजना’’ की शुरूवात की जा रही है, आने वाले समय में जिले के सभी 454 ग्राम पंचायत में इसका विस्तार किया जायेगा। डॉ. कन्नौजे ने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत् गोबर खरीदने से पशुपालको की आय में वृद्धि होगी, पशु के खुले में चराई पर रोक लगेगी, जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा, द्विफसलीय क्षेत्र में विस्तार होगा और स्थानीय स्तर पर स्व-सहायता समूह की महिलाओं एवं स्थानीय लोगो को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।

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