युवाओं से बोले PM मोदी- ट्विटर, फेसबुक, TikTok जैसे बनाएं भारतीय ऐप, मैं भी करूंगा फॉलो | nation – News in Hindi

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे युवा आगे आएं और फेसबुक, ट्विटर और टिकटॉक जैसे भारतीय ऐप बनाएं. मैं भी इन्हें ज्वाइन करूंगा. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया कि आज मेड इन इंडिया ऐप्स बनाने के लिए तकनीकी और स्टार्टअप कम्युनिटी के बीच अपार उत्साह है. इसलिए @GoI_MeitY और @AIMtoInnovate मिलकर इनोवेशन चैलेंज शुरू कर रहे हैं.
Today there is immense enthusiasm among the tech & start-up community to create world class Made in India Apps. To facilitate their ideas and products @GoI_MeitY and @AIMtoInnovate are launching the Aatmanirbhar Bharat App Innovation Challenge. https://t.co/h0xqjEwPko
— Narendra Modi (@narendramodi) July 4, 2020
एक सरकारी बयान के अनुसार प्रधानमंत्री ने नागरिकों द्वारा इस्तेमाल में लाए जा रहे ऐसे सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऐप को चुनने के लिए ‘आत्मनिर्भर भारत ऐप इनोवेशन चैलेंज’ की शुरुआत की है, जिनमें अपनी-अपनी श्रेणियों में विश्वस्तरीय ऐप बनने की क्षमता और स्तर है. प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि इस चुनौती से ‘आत्मनिर्भर ऐप पारिस्थितिकी तंत्र’ बनाने में मदद मिलेगी. उन्होंने लिंक्डइन पर एक लेख में कहा, ‘कौन जानता है कि मैं भी आपके बनाए कुछ ऐप का इस्तेमाल कर सकता हूं.’ मोदी ने कहा कि आज प्रौद्योगिकी और स्टार्ट-अप समुदाय में विश्वस्तरीय ‘भारत निर्मित ऐप’ बनाने को लेकर अपार उत्साह है.
पीएम मोदी ने किया ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने का आह्वान
पीएम मोदी ने लिंक्डइन की पोस्ट के लिंक को साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘उनके विचारों और उत्पादों को स्थान देने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, अटल नवप्रवर्तन मिशन के साथ मिलकर ‘आत्मनिर्भर भारत ऐप नवप्रवर्तन चुनौती’ को शुरू कर रहा है. मोदी ने कुछ दिन पहले देशवासियों से ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने का आह्वान किया था और लोगों से स्थानीय उत्पादों पर जोर देने को कहा था. उन्होंने कहा कि ऐप नवोन्मेष चुनौती उन लोगों के लिए है जिनके पास ऐसा कोई उत्पाद है या उन्हें लगता है कि उनके पास ऐसे उत्पाद बनाने की सोच और विशेषज्ञता है. उन्होंने अपने लेख ‘लेट अस कोड फॉर एन आत्मनिर्भर भारत’ में कहा, ‘मैं प्रौद्योगिकी क्षेत्र के अपने सभी मित्रों से इसमें भाग लेने का आग्रह करता हूं.’
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में एक गतिशील प्रौद्योगिकी और स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र है जिसने भारत को राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी गौरवान्वित किया है. उन्होंने कहा कि देश के युवाओं ने सभी क्षेत्रों में तकनीकी समाधान मुहैया कराने में श्रेष्ठ काम किया है. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कोविड-19 महामारी ने बड़ा अवरोध भी पैदा किया है, जिससे प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से निपटा जा रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘इन दिनों हम स्टार्ट-अप और प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र में स्वदेशी ऐप के बारे में नयी सोच के साथ काम करने, उन्हें विकसित करने और प्रचारित करने के लिए बड़ी दिलचस्पी और उत्साह देख रहे हैं.’
देश आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में कर रहा काम
मोदी ने लिखा, ‘‘आज जब पूरा देश आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में काम कर रहा है, तो उनके प्रयासों को दिशा देने, उनके परिश्रम को गति प्रदान करने और प्रतिभा को मार्गदर्शन देने का सही अवसर है ताकि वे ऐसे ऐप विकसित कर सकें जो हमारे बाजार को संतुष्ट करें और साथ ही दुनिया से स्पर्धा करें.’ उन्होंने कहा कि यह चुनौती दो स्तर में होगी. एक मौजूदा ऐप का प्रचार करने में और दूसरे नये ऐप विकसित करने में. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस चुनौती का परिणाम मौजूदा ऐप को उनके लक्ष्य हासिल करने के लिहाज से बेहतर दृष्टि और स्पष्टता प्रदान करना है.
उन्होंने कहा, ‘‘क्या हम ऐप के माध्यम से परंपरागत भारतीय खेलों को और अधिक लोकप्रिय बनाने के बारे में सोच सकते हैं? क्या हम प्रशिक्षण, गेम के लिए सही आयु वर्ग के लिहाज से लक्षित पहुंच वाले ऐप विकसित कर सकते हैं? क्या हम लोगों को पुनर्वास में या परामर्श देने के लिए गेम वाले ऐप विकसित कर सकते हैं? ऐसे कई सवाल हैं और रचनात्मक तरीके से केवल प्रौद्योगिकी इनका जवाब दे सकती है.’ मोदी ने कहा कि इस चुनौती को सरकार और प्रौद्योगिकी समुदाय दोनों मिलकर संचालित करेंगे. (भाषा इनपुट के साथ)