भूख मिटाने के लिए 600 रुपये चुराए, जेल अधिकारियों ने पैसा और कपड़ा देकर भेजा घर | kerala 600 rupees stolen to eradicate hunger prison officials help to reunite family | nation – News in Hindi
केरल पुलिस का एक मानवीय चेहरा सामने आया है.
कोविड-19 (COVID-19) के कारण जारी लॉकडाउन (Lockdown) के चलते वह व्यक्ति कन्नूर में फंस गया था, उसकी नौकरी चली गई थी और फिर उसे एक बार भीख भी मांगनी पड़ी.
कोविड-19 (COVID-19) के कारण जारी लॉकडाउन (Lockdown) के चलते वह फंस गया था, उसकी नौकरी चली गई थी और फिर उसे एक बार भीख भी मांगनी पड़ी. अधिकारियों ने बताया कि अजय बाबू सोमवार को हमीरपुर जिले के सिसोलर गांव में अपने परिवार के पास पहुंच गया. उन्होंने बताया कि केरल जेल विभाग के कुछ नेकदिल कर्मचारियों, कासरगोड के एक वकील और कानूनी सेवाओं के अधिकारियों ने उसकी दुर्दशा से सहानुभूति जताते हुए उसकी मदद की.
अधिकारियों ने 500 रुपये और कपड़े देकर उसे भेजा
उसे पांच सौ रुपये जेब खर्च, दो जोड़ी कपड़े और दिल्ली जाने वाली रेलगाड़ी का टिकट दिया गया जहां से वह अपने गांव पहुंच सके. कन्नूर विशेष जेल के अधीक्षक टी. के. जनार्दन ने बताया, ‘सोमवार की सुबह झांसी रेलवे स्टेशन पर बाबू के रिश्तेदारों ने उसका स्वागत किया. मुझे उसे उसकी मां और रिश्तेदारों से मिलने का वीडियो मिल गया है.’भीख मांगते हुए भूखमरी के कगार पर पहुंचे बाबू ने एक बैंक के रोशनदान से अंदर घुस कर नकदी बक्से से 600 रुपये निकाल लिए. इस पैसे से वह पास के ढाबे पर खाना खाता था और उसी इलाके में सोता था. उसे अपने अपराध का इल्म भी नहीं था. अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अगले दिन उसे गिरफ्तार किया गया था. कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत उसे 25 मार्च को यहां केंद्रीय कारागार के पृथक-वास कक्ष में रखा गया जहां से वह भाग गया क्योंकि वह पुलिस द्वारा जब्त फोन को प्राप्त करना चाहता था ताकि अपनी मां से बात कर सके.
First published: June 22, 2020, 10:39 PM IST