Fact Check: शख्स ने किया था स्पेस स्टेशन से जुड़ने का दावा, नासा ने कहा- कभी नहीं हुई ऐसी बातचीत | Person had claimed to be communicated with spacex-crew-dragon-astronauts NASA said it Never happened | nation – News in Hindi
अहमदाबाद के रहने वाले अधीर सैय्यद ने दावा किया था कि वह अपने छात्रों की ऑनलाइन क्लास ले रहे थे उसी दौरान उनका संपर्क स्पेसएक्स के एस्ट्रोनॉट्स से हुआ (स्पेस एक्स क्रू ड्रैगन की फाइल फोटो)
सैयद ने दावा किया था कि वह हैम रेडियो (Ham Radio) के जरिए छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (International Space Station) से जुड़ना बता रहे थे. इसी दौरान उन्हें स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन (SpaceX Crew Dragon) के अंतरिक्ष यात्रियों की प्रतिक्रिया मिली.
नासा के मुताबिक, यह बातचीत कभी हुई ही नहीं. नासा (NASA) के एक प्रवक्ता ने बताया कि जब उन्हें इस दावे की जानकारी मिली तो उन्होंने स्पेस एक्स के अंतरिक्ष यात्रियों (Astronauts) से इस बारे में पूछा. नासा के मुताबिक अंतरिक्षयात्रियों ने बताया कि उन्हें ऐसी किसी बातचीत की कोई जानकारी नहीं है. हालांकि नासा ने यह भी कहा कि हैम रेडियो ऑपरेटर अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में बैठे अंतरिक्ष यात्रियों से संपर्क साध सकते हैं.
हाल ही में लॉन्च हुआ था मिशन
इससे पहले सैयद ने कहा था कि वह हैम रेडियो के जरिए छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (International Space Station) से जुड़ना बता रहे थे. इसी दौरान उन्हें स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन के अंतरिक्ष यात्रियों की प्रतिक्रिया मिली. आपको बता दें हैम रेडियो का इस्तेमाल प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, चक्रवात, तूफान, भूकंप या किसी अन्य आपदा के दौरान संचार के लिए हवाईआपातकालीन नेटवर्क की स्थापना करना होता है.बता दें रॉकेट और अंतरिक्षयान का निर्माण करने वाली निजी कंपनी स्पेस-एक्स ने 31 मई को ही अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में दो अंतरिक्ष यात्रियों को सफलतापूर्वक पहुंचाया. अंतरिक्ष यान ने फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरी थी.
पहली बार निजी कंपनी ने अंतरिक्ष में भेजे मानव
एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्पेसएक्स ने नासा के अंतरिक्ष यात्रियों 49 साल के बॉब बेनकेन और 53 साल के डॉ. हर्ले के अंतरिक्ष की प्रयोगशाला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचने की पुष्टि की. स्पेसएक्स के रॉकेट फैल्कन 9 ने फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरी थी और उड़ान भरने के 19 घंटे बाद अंतरिक्षयान निर्दिष्ट स्थान पर पहुंचा. यह व्यावसायिक अंतरिक्ष यात्रा के इतिहास में नए अध्याय की शुरुआत है. यह प्रक्षेपण इसलिए भी महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह करीब एक दशक में पहली बार है जब अमेरिकी जमीं से मानव को कक्षा में भेजा गया है.
इस प्रक्षेपण के साथ ही स्पेसएक्स पहली निजी कंपनी बन गई है जिसने मनुष्य को कक्षा में भेजा हो. इससे पहले केवल तीन सरकारों – अमेरिका, रूस और चीन को यह उपलब्धि हासिल है. फिर से इस्तेमाल हो सकने वाले, गमड्रॉप (कैंडी) आकार के इस यान का नाम क्रू ड्रैगन है जो अब अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र के 19 घंटे के सफर पर ले गया है.
भारत भी मानव युक्त मिशन “गगनयान” की तैयारी कर रहा है. दस हजार करोड़ रुपये की परियोजना को 2022 में लांच किए जाने की उम्मीद है, तब भारत की आजादी को 75 साल हो जाएंगे.
(भाषा के इनपुट सहित)
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First published: June 6, 2020, 9:35 PM IST