छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

शंकराचार्य महाविद्यालय में योग और ध्यान पर आधारित ई-प्रशिक्षण शिविर का हुआ शुभारंभ

DURG । पंतजलि युवा भारत एवं छत्तीसगढ़ योग एसोसियशन के मध्य श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी, भिलाई का एम. ओ. यू. ज्ञान और योग के विस्तार हेतु हुआ है। जिसके तहत् आगामी योग एवं ध्यान का ई-प्रशिक्षण शिविर का आयोजन शनिवार 6 जून से आगामी  21 तक वृहद स्तर पर किया जा रहा है।

आज योग एवं ध्यान का ई-प्रशिक्षण शिविर के प्रथम दिवस पर आई. पी. मिश्रा चेयरमेन, श्री गंगाजली शिक्षण समिति, भिलाई ने अपने संदेश में महाविद्यालय को इस आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा की इस विकट परिस्थिती में आयोजित यह ई प्रशिक्षण निश्चित रूप से जनमानस और समाज के लिए उपयोगी साबित होगा। वैसे भी अभी प्रत्येक व्यक्ति को अपने आप को रोगप्रतिरोधक क्षमता एवं अपने आप को स्वस्थ्य रखना है। तो यह प्रशिक्षण बेहतर साबित होगा।

श्रीमती जया मिश्रा अध्यक्ष, श्री गंगाजली शिक्षण समिति, भिलाई ने प्राचीन काल के ऋषिमुनियों का उल्लेख करते हुए कहा कि योग प्राचीन काल से ही लोगों को स्वस्थ्य बनाने में सहायक रहा। आज भी कोरोना जैसी बडी-बडी महामारियों से लडने में उतनी ही सक्षम है। योग विद्या का लोहा आज विश्व मानता है। यही कारण है कि अंर्तराष्ट्रीय योगा दिवस का आयोजन वृहत् पैमाने पर विश्व में आयोजित किया जाता है।

महाविद्यालय की निदेशक एवं प्राचार्य डॉ. रक्षा सिंह के कुशल नेतृत्व में आयोजित ज्ञान एवं ध्यान का ई प्रशिक्षण शिविर 15 दिनों का एवं 30 घंटो का होगा, जो इस तरह का राष्ट्रीय स्तर में इस प्रकार का पहला प्रयास है। जिसमें घर बैठे ऑनलाइन माध्यम से 30 घंटे का प्रशिक्षण होगा।

आज प्रथम दिवस में छत्तीसगढ़ योग एसोशिएसन के शैलेन्द्र जी (राज्य प्रभारी छ.ग. योग एसोसिएशन) ने योग की महत्ता बताते हुए योग प्रशिक्षण का शुभारंभ किया। आप के निदेशानुसार कामेश्वर (राज्यकार्यकरणी सदस्य व योग टैऊनर छ.ग.योग एसोसिएशन) एवं सुश्री पुर्वी वर्मा (राज्यकार्यकरणी सदस्य व योग टैऊनर छ.ग.योग एसोसिएशन) के द्वारा योग प्रदर्शन करते हुए प्रशिक्षण दिया गया जिसमें विभिन्न प्रकार के आसन जैसे ताडासन, वृक्षासन, पादहस्तासन का प्रदर्शन किया गया। जिसका अनुसरण विभिन्न प्राध्यापको सहित जनमानस के द्वारा किया गया। योग अत्यंत ही लोकप्रिय क्रियाकलाप है। जिसे करने में हर कोई उत्सुक रहता है। यही कारण है कि ऑनलाइन होते हुए भी इसे करने के लिए 600 से भी अधिक रजिस्ट्रेशन करवाये गये है। इस अवसर पर जयंत भारती (राज्य प्रभारी पतंजली युवा भारत छ.ग.) ने योग के महत्व पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यदि आज के दिनचर्या में निरोग रहना है तो हमें प्रतिदिन योग्याभास करना चाहिए।

प्रतिदिन प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय की प्राची बहन राजयोग के माध्यम से 15 मिनट ध्यानयोग का प्रशिक्षण देगे। श्रीमती जया मिश्रा (अध्यक्ष, श्री गंगाजली शिक्षण समिति, भिलाई) फेसबुक के माध्यम से योग संबंधित प्रश्नों का समाधान किया जायेगा।

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