कैसे मुंबई ने 18 महीने की लंबी जंग के बाद हासिल किया ज़ीरो कोरोना डेथ का मुकाम How Mumbai achieved the status of zero corona death after a long battle of 18 months

मुंबई में कोरोना वायरस से संक्रमित पहले मरीज की मौत 17 मार्च, 2020 को दर्ज की गई थी. महामारी के साथ एक लंबी लड़ाई और सबसे बुरी तरह प्रभावित शहरों में से एक मुंबई में मार्च 2020 के बाद पहली बार 17 अक्टूबर वह तारीख थी, जब कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई. पिछले 19 महीनों में मुंबई में कोविड-19 से 16,180 मौतें हुई हैं, जो कि भारत में इस वायरस से हुई कुल मृत्यु का लगभग 4% है.
आखिर कैसे मुंबई ने हासिल किया जीरो कोरोना डेथ का मुकाम:
भारत में कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर देखने से पहले हीमुंबई संक्रमण के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ रहा था. पिछले साल 30 जून तक, मुंबई में महामारी से 4,554 मौतें हुई थीं, जो देश के कुल 16,893 मौतों का 25% से अधिक है. शहर में एक दिन में सबसे ज्यादा मौतें जून 2020 में 136 हुईं.मई 2020 में मृतकों की संख्या 1000 से ज्यादा थी
कोविड-19 के साथ मुंबई की लड़ाई इतनी घातक थी कि राज्य में मई 2020 तक इस महामारी से मरने वालों की संख्या 1000 को पार कर गई, जुलाई में लगभग 5,000 लोगों की मौत हो गई और अक्टूबर के अंत तक 10,000 का आंकड़ा पार कर लिया.अक्टूबर 2020 के अंत तक देश भर में 1.18 लाख मौतें
हालांकि, इस संख्या को 15,000 तक पहुंचने में काफी लंबा वक्त लगा क्योंकि शहर ने जून 2021 में कोरोना के भयानक असर को पार कर लिया था. भारत ने सितंबर 2020 में कोरोना वायरस की अपनी पहली लहर का सामना किया था और अक्टूबर के अंत तक देश भर में 1.18 लाख मौतें हुईं.मई 2021 में कोरोना से मुंबई में 1700 से अधिक मौतें
अप्रैल 2021 में मुंबई में कोरोना से 1479 लोगों की मौत हुई, क्योंकि संक्रमण की दूसरी लहर अपने चरम पर थी. इसी तरह से मई में शहर में 1700 से अधिक मौतें दर्ज की गईं. मुंबई में जून में 625 मौतें हुईं, जबकि जुलाई में मरने वालों की संख्या कम होकर 438 हो गई. अगस्त में यह 77 मौतों के साथ दहाई अंक में आ गया. पिछले महीने, कोविड-19 से होने वाली मौत की संख्या फिर से बढ़कर 126 हो गई.वर्तमान में, मुंबई में कोविड-19 के 5030 सक्रिय मामले हैं. शहर में कोरोना से ठीक होने की दर 97 फीसदी है, जबकि कोरोना के दोगुने होने की दर 1214 दिन है. 10 से 16 अक्टूबर तक कोरोना वायरस मामलों की कुल वृद्धि दर सिर्फ 0.06% है. पूरे देश में कोविड-19 मामलों और इससे होने वाली मौतों में तेज गिरावट आई है क्योंकि टीकाकरण की गति को बढ़ा दिया गया है और निश्चित तौर पर मुंबई भी अब कोई अपवाद नहीं है.