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Covid-19: महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई की सभी बड़ी हॉस्पिटल में रिजर्व किए बेड, इलाज के लिए तय की फीस | Covid 19- Maharashtra government reserves beds in all major hospitals of Mumbai | maharashtra – News in Hindi

Covid-19: महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई की सभी बड़ी हॉस्पिटल में रिजर्व किए बेड, इलाज के लिए तय की फीस

प्राइवेट हॉस्पिटल में तय किया उपचार शुल्क (फोटो-प्रतीकात्मक)

महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra government) ने गुरुवार रात एक अधिसूचना जारी कर मुंबई के सभी बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम में कोरोना (Covid-19) और अन्य रोगियों के लिए 80% बेड ले रिजर्व कर लिए हैं.

मुंबई. भारत में सबसे ज्यादा संक्रमित राज्य महाराष्ट्र में देश के कुल मामले के एक तिहाई केस शामिल हैं. महाराष्ट्र (Maharashtra) में पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 2,345 नये मामले सामने आये, जिससे राज्य में कोविड-19 (Covid-19) संक्रमितों की संख्या बढ़कर 41,642 हो गई. शहर में बेड की कमी के चलते महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार रात एक अधिसूचना जारी कर राज्य के प्राइवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम में 80% से अधिक बेड ले लिए हैं. जिससे सरकार को 4400 बेड की सुविधा मिली. राज्य सरकार ने इन अस्पतालों में इलाज के लिए फीस भी निर्धारित की है.

मुंबई के सभी बड़े अस्पताल में रिजर्व किये बेड
अधिसूचना के अनुसार, धर्मार्थ ट्रस्टों द्वारा संचालित अस्पताल भी शामिल हैं. सरकार ने जिन अस्पतालों में बेड रिजर्व किए हैं उनमें मुंबई के सभी बड़े अस्पताल शामिल हैं. जैसे कि एच एन रिलायंस (H N Reliance), लीलावती (Lilavati), ब्रीच कैंडी (Breach Candy), जसलोक ( Jaslok), बॉम्बे हॉस्पिटल (Bombay Hospital), भाटिया (Bhatia), वॉकहार्ट (Wockhardt), नानावती (Nanavati), फोर्टिस (Fortis), एल एच हीरानंदानी (L H Hiranandani) और पी डी हिंदुजा (P D Hinduja).

ये है उपचार शुल्ककोरोना संक्रमित रोगी के लिए प्रतिदिन 4,000 रुपये से ज्यादा नहीं लिए जाएंगे. वहीं आईसीयू का चार्ज अधिकतम 7,500 रुपये निर्धारित किया गया है और वेंटिलेटर के लिए प्रतिदिन 9,000 रुपये तय किए गए हैं. इन बेड के लिए मरीजों को एक केंद्रीकृत पोर्टल प्रणाली के माध्यम से भर्ती किया जाएगा. इसमें डॉक्टर परामर्श शुल्क, नर्सिंग, भोजन और बेड चार्ज शामिल है लेकिन कोरोना टेस्ट, पीपीई किट, सीटी स्कैन और टोसिलिज़ुम अलग से है.

इससे पहले एक प्राइवेट हॉस्पिटल में वेंटिलेटर के लिए कोरोना रोगी को सामान्य रूप से एक दिन में 40,000 रुपये से 50,000 रुपये के बीच शुल्क देना पड़ता था. पीपीई (व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण) के लिए अस्पताल अलग से शुल्क ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर पीपीई की लागत 100 रुपये है तो अस्पताल 110 रुपये से अधिक नहीं ले सकता है.

GIPSA का करना होगा पालन
सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि जो लोग GIPSA का हिस्सा नहीं हैं, वे राज्य दर चार्ट का पालन करेंगे. निजी अस्पतालों को इन 80 प्रतिशत बिस्तरों के लिए GIPSA (जनरल इंश्योरेंस पब्लिक सेक्टर एसोसिएशन) दरों का पालन करना होगा. मुंबई के कई निजी अस्पतालों जो कि GIPSA का हिस्सा नहीं हैं उन्हें सरकार द्वारा तैयार की गई दरों का पालन करना होगा. इसके अलावा, डायलिसिस की लागत 2,500 रुपये, नी-रिप्लेसमेंट 2.4 लाख रुपये, मोतियाबिंद 25,000 रुपये और सामान्य डिलीवरी 75,000 रुपये तय की गई है.

 

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First published: May 22, 2020, 8:38 AM IST



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